गिद्दी परियोजना में आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा संचालित मोबाइल क्रशर मशीन 10-11 दिनों से बंद है. बुधवार को इसे चालू कराने के लिए प्रयास किया गया. कोलियरी प्रबंधन वैकल्पिक तौर पर जर्जर व बंद विभागीय क्रशर मशीन से कोयले का क्रश कर रहा है. इस पर कई सवाल उठ रहे हैं. मोबाइल क्रशर मशीन बंद रहने से सीसीएल को आर्थिक नुकसान हो रहा है.
प्रबंधन ने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी से इसकी पेनाल्टी ली जायेगी. जानकारी के अनुसार समझौते के तहत पिछले 10 अक्तूबर 2022 से गिद्दी में आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा मोबाइल क्रशर मशीन से कोयले का क्रश शुरू किया गया है. मोबाइल क्रशर मशीन से रोजाना डेढ़-दो हजार मीट्रिक टन कोयला क्रश किया जाता है. 12 मार्च से आउटसोर्सिंग कंपनी ने मोबाइल क्रशर मशीन को बंद कर दिया है. आउटसोर्सिंग कंपनी यहां पर मोबाइल क्रशर मशीन क्यों बंद किया है, इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है.
बताया जाता है कि सुरक्षा कारणों से कंपनी ने यह कदम उठाया है. इस कमी को दूर करने के लिए कोलियरी प्रबंधन ने यहां पर बंद व जर्जर विभागीय क्रशर मशीन को चालू कर दिया है. क्रश कोयले को यहां से सौंदा साइडिंग भेजा जाता है. मोबाइल क्रशर मशीन बंद रहने से अपेक्षित क्रश कोयला सौंदा साइडिंग नहीं भेजा रहा है. इससे सीसीएल को परेशानी हो रही है. आउटसोर्सिंग कंपनी ने कहा कि सुरक्षा कारणों से मोबाइल क्रशर मशीन को बंद किया गया है, लेकिन इसे चालू करने के लिए मशीन को ठीक किया जा रहा है. कोलियरी प्रबंधन ने कहा कि सुरक्षा कारणों से आउटसोर्सिंग कंपनी ने मोबाइल क्रशर मशीन को बंद किया है.