नई दिल्ली के विश्व पुस्तक मेले में रामगढ़ ने दर्ज करायी उपस्थिति, शिक्षा की बेहतरी पर लिखी किताब की डिमांड
नई दिल्ली के प्रगति मैदान में विश्व पुस्तक मेले में रामगढ़ के लेखकों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करायी है. डॉ लियो ए सिंह, डॉ शारदा प्रसाद, बलराम सिंह, डॉ रजनी गुप्ता व बसंत हेतमसरिया द्वारा संयुक्त रूप से लिखी ‘शिक्षा, शिक्षक और समाज’ तथा सुशील स्वतंत्र लिखित पुस्तक त्रिलोकपति रावण स्टॉल पर उपलब्ध है.
Jharkhand News: नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे विश्व पुस्तक मेले में रामगढ़ ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. रामगढ़ के निवासियों लिखित दो पुस्तकें भी स्टॉल पर लगाया गया है. रामगढ़ के डॉ लियो ए सिंह, डॉ शारदा प्रसाद, बलराम सिंह, डॉ रजनी गुप्ता व बसंत हेतमसरिया द्वारा संयुक्त रूप से संपादित एवं भावना प्रकाशन (पंकज बुक्स) द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘शिक्षा, शिक्षक और समाज’ मेले में प्रकाशक के स्टॉल पर उपलब्ध है. इस पुस्तक में झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के शिक्षाविदों एवं शिक्षकों के तीस लेखों के माध्यम से शिक्षा की बेहतरी के लिए जरूरी शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया गया है.
सुशील स्वतंत्र की पुस्तक भी स्टॉल में उपलब्ध
वहीं, रामगढ़ निवासी सुशील स्वतंत्र द्वारा लिखी एवं इंक पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक त्रिलोकपति रावण के प्रथम खंड का मेले में लोकार्पण हुआ. लेखक ने बताया कि असुरगाथा श्रृंखला में रावण पर संवाद शैली में लगभग पांच लाख शब्दों में लिखे जा रहे इस उपन्यास के तीन खंड और आएंगे.
बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य के पुत्र हैं सुशल स्वतंत्र
सुशील स्वतंत्र रामगढ़ नयीसराय निवासी हैं तथा बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य एवं भाकपा के बड़े नेता स्वर्गीय बद्री नारायण लाल के ज्येष्ठ पुत्र हैं. वे अभी पुस्तक मेले के सिलसिले में दिल्ली में हैं. बताया गया है कि दोनों पुस्तकें शीघ्र ही रामगढ़ में उपलब्ध होंगी. प्रगति मैदान दिल्ली में 25 फरवरी से शुरू हुआ पुस्तक मेला पांच मार्च तक चलेगा.