वाराणसीः राजपरिवार के किले में हुई चोरी, राजकुमारियों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें पूरा मामला
काशी राजपरिवार के कर्मचारी कौशलेंद्र शर्मा ने बताया कि किले के अंदर एक कमरे का ताला टूटा हुआ था और वहां से महत्वपूर्ण कागजात, फर्नीचर सहित अन्य सामान गायब थे. इस मामले को लेकर रामनगर थाने में तोड़फोड़ करने और साजिश रचने में धारा 380, 454 और 120बी के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है.
वाराणसीः काशी राजपरिवार के सदस्यों के बीच संपत्ति विवाद पुलिस थाने तक पहुंच गया है. सालों से चलते आ रहे इस विवाद में कुंवर अनंत नारायण सिंह ने अपनी बहनों और भांजों पर फर्नीचर और जरूरी कागजात चोरी करने के अलावा आपराधिक षड्यंत्र करने का भी आरोप लगाया है. इस मामले में रामनगर किले के सुरक्षा अधिकारी की शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया गया है.
क्या है पूरा मामला
पुलिस में दी गई तहरीर के अनुसार 25 जून को कर्मचारी कौशलेंद्र शर्मा ने बताया कि किले के अंदर एक कमरे का ताला टूटा हुआ था और वहां से महत्वपूर्ण कागजात, फर्नीचर सहित अन्य सामान गायब थे. इस मामले को लेकर रामनगर थाने में तोड़फोड़ करने और साजिश रचने में धारा 380, 454 और 120बी के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है. एफआईआर के बाद DCP काशी जोन रामसेवक गौतम ने चोरी के आरोप के बारे में छानबीन की.
आपको बता दें कि दिवंगत महाराज विभूति नारायण सिंह के बेटे कुंवर अनंत नारायण सिंह का अपनी बहनों कृष्ण प्रिया, विष्णु प्रिया और हरि प्रिया के साथ संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है. महाराज के निधन के बाद साल 2005 से भाई-बहनों में संपत्ति को लेकर लड़ाई चल रही है. कुंवर अनंत सिंह की तरफ से दावे के मुताबिक पिता विभूति नारायण सिंह ने साल 2000 में उनके नाम वसीयतनामा लिख दिया था. विवाद के बाद साल 2011 में उन्होंने बहनों के साथ रिश्ता खत्म कर लिया था.
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दो मौकों पर इनके बीच कलह खुलकर सामने आई है. साल 2018 में कुंवर अनंत सिंह ने काशी स्टेट के मुहर के दुरुपयोग को लेकर बहन हरि प्रिया के खिलाफ रामनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. इसके अलावा साल 2021 में कोदोपुर में एक जमीन की रजिस्ट्री कर दिए जाने को लेकर भी विवाद हुआ था. मौके पर बेटियों ने काम रुकवाया और फिर दुर्ग की संपत्ति को न खरीदने की अपील की थी.