Ramadan 2022 Iftar Sehri Timing: रमजान का पवित्र साल 2 अप्रैल से शुरू हो रहा है. महीने भर की अवधि के दौरान जो रोजा या उपवास रखते हैं उनके लिए रमजान का महीना 2 मई को समाप्त होगा. लोग अपना पहला भोजन या सहरी करने के लिए सुबह जल्दी उठते हैं, और शाम को वे इफ्तार साथ अपना उपवास तोड़ते हैं.
यह महीना सभी मुसलमानों के लिए बेहद शुभ और पवित्र माना जाता है. हालांकि इस महीने की शुरुआत और समापन चांद की स्थिति पर निर्भर करता है. यदि 2 अप्रैल 2022, शनिवार को चांद दिख जाता है, तो रविवार यानी 3 अप्रैल को पहला रोजा रखा जाएगा.
इस बार रमजान 2 अप्रैल, शनिवार से आरंभ हो रहे हैं और यह 02 मई तक चलेगा. इस्लाम में बताया गया है कि रखने से अल्लाह खुश होते हैं और सभी दुआएं कुबूल करते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस महीने की गई इबादत का फल बाकी महीनों के मुकाबले 70 गुना अधिक मिलता है. चांद के दिखने के बाद से ही मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह के समय सहरी खाकर इबादतों का सिलसिला शुरू कर देते हैं. इसी दिन पहला रोजा रखा जाता है. सूरज निकलने से पहले खाए गए खाने को सहरी कहा जाता है और सूरज ढलने के बाद रोजा खोलने को इफ्तार कहा जाता है.
03 अप्रैल 2022 04:48 18:43
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01 मई 2022 04:15 18:59
02 मई 2022 04:14 18:59
रोजा का मतलब है उपवास. रमजान में रोजेदार (रोजा रखने वाले) सुबह सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक के बीच कुछ भी खाते-पीते नहीं है. इस दौरान उन्हें ध्यान रखना होता है कि उनके कारण किसी को कोई नुकसान न पहुंचे. उनका मन शुद्ध रहे और वे ज्यादा से ज्यादा समय अल्लाह की इबादत में लगाएं.
इस्लाम में रोजा रखने की परंपरा दूसरी हिजरी में शुरू हुई है. माना जाता है कि जब मुहम्मद साहब मक्के से हिजरत (प्रवासन) कर मदीना पहुंचे तो उसके एक साल बाद मुसलमानों को रोजा रखने का हुक्म आया था. लिहाजा दूसरी हिजरी से रोजा रखने की परंपरा इस्लाम में शुरू हुई.