कोडरमा : रेंजर ने स्कूल वैन को किया जब्त, तो लोगों का फूटा गुस्सा, ऑफिस में तोड़फोड़
कोडरमा के फुलवरिया से स्कूली बच्चों को लाने जा रहे एक वैन को वन्य प्राणी आश्रयणी के रेंजर रामबाबू ने जब्त कर लिया. इससे नाराज ग्रामीणों ने रेंज कार्यालय में तोड़फोड़ करते हुए घंटों घेराव किया. इस मामले में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने रेंजर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
Jharkhand News: कोडरमा जिला मुख्यालय से सटे नगर पंचायत के वार्ड संख्या एक स्थित फुलवरिया से स्कूली बच्चों को लाने जा रहे वैन को वन्य प्राणी आश्रयणी के रेंजर रामबाबू ने जब्त कर लिया. सुबह करीब सात बजे हुई इस कार्रवाई की सूचना जैसे ही फुलवरिया के ग्रामीणों को हुई, तो वे स्कूली बच्चों के साथ रेंज कार्यालय पहुंचे और रेंजर से वैन छोड़ने की मांग करने लगे. इस दौरान दोनों तरफ से विवाद हो गया और गुस्से में आकर ग्रामीणों ने कार्यालय में तोड़फोड़ कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही कोडरमा थाना प्रभारी द्वारिका राम दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को शांत करवाया.
ग्रामीणों के बढ़ते विरोध को देखते हुए चार घंटे बाद जब्त वाहन को छोड़ा
ग्रामीणों ने बताया कि कोडरमा जंगल से सटे फुलवरिया और डुमरियाटांड से दर्जनों बच्चे शिक्षा ग्रहण करने वर्षों से निजी स्कूल जा रहे हैं. घर से स्कूल की दूरी अधिक होने के कारण वे अपने बच्चों को वाहन से स्कूल भेजते हैं. बुधवार की सुबह हर दिन की तरह स्कूल वैन फुलवरिया आ रहा था. इसी दौरान रेंजर ने वाहन को जब्त कर लिया. इससे बच्चों को पैदल ही इस गर्मी में घर वापस लौटना पड़ा. ग्रामीणों ने कहा कि फुलवरिया में आदिम जनजाति के लोग वर्षों से रहते हैं. सरकार भी बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रोत्साहित करते आ रही है. ग्रामीणों ने कहा कि कोडरमा के वन्य प्राणी आश्रयणी के जिस रास्ते से हमलोग गुजरते हैं उस रास्ते से हर दिन दर्जनों वाहन गुजरते हैं, लेकिन विभाग उन पर कार्रवाई नहीं करता है, बल्कि स्कूली वैन को जब्त कर बच्चों को शिक्षा से वंचित करने का प्रयास किया जाता है. इधर, विरोध बढ़ता देख करीब चार घंटे बाद जब्त वाहन को छोड़ दिया गया.
नहीं ली गई थी अनुमति, खाली वाहन को किया गया जब्त
इस संबंध में रेंजर रामबाबू ने बताया कि पहले स्कूल वैन के नाम पर ऑटो का आवागमन होता था. हाल के दिनों से इको मारुति (चार पहिया ) का उपयोग बच्चों को लाने और पहुंचाने के लिए किया जा रहा था. पूर्व में वाहन चालक को कहा गया कि पहले अनुमति ले लीजिए़. बिना अनुमति के वाहन को प्रवेश होने नहीं देंगे. इसके बाद भी वाहन मालिक द्वारा अनुमति नहीं ली गयी. इस कारण बुधवार को जब उक्त वाहन बच्चों को लाने जा रहा था तभी जब्त किया गया. उन्होंने बताया कि वन्य प्राणी प्रक्षेत्र में बिना अनुमति के वाहनों का आवागमन निषेध है. रेंजर ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया. कार्यालय की कुर्सियां और रेंज परिसर में खड़े वाहन का शीशा भी तोड़ा गया. मामले को लेकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
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आदिम जनजाति के बच्चों के साथ दुर्व्यवहार अमानवीय कृत्य : अन्नपूर्णा
इधर, घटना के बाद कोडरमा सांसद सह केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि आदिम जनजाति बिरहोर समुदाय के बच्चों को स्कूल वैन से उतार कर वाहन जब्त किये जाने की घटना से हतप्रभ हूं. यह अमानवीय कृत्य है और संकेत दे रहा है कि सत्ता शीर्ष के संरक्षण में बेलगाम हुए अधिकारी कैसे गुंडों जैसा व्यवहार कर रहे हैं. इससे पहले भी रेंजर के खिलाफ लोगों के साथ बदसलूकी की कई घटनाएं सामने आ चुकी है. जिले के डीसी, डीएफओ एवं एसपी से इस मामले पर बातचीत कर रेंजर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी.