Rapid Train: यूपी निकाय चुनाव से पहले दौड़ेगी भारत की पहली रैपिड ट्रेन, पीएम मोदी से उद्घाटन कराने की तैयारी
प्रदेश में नगर निकायों के चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद आचार संहिता लग जाएगी. ऐसे में किसी भी प्रोजेक्ट का लोकार्पण और शिलान्यास नहीं हो सकेगा. ऐसे में आचार संहिता लागू होने के मद्देनजर उससे पहले सभी प्रक्रिया को तेजी से पूरा कराया जा रहा है.
Ghaziabad: देश की पहली रैपिड ट्रेन के संचालन के लिए काउंटडाउन शुरू हो गया है. दिल्ली-मेरठ के बीच रीजनल रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आरआरटीएस) के प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई के बीच रैपिड रेल का संचालन निकाय चुनाव से पहले हो सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसका उद्घाटन कराने की तैयारी है. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के दौरे के बाद साफ हो गया है कि अब लोगों को जल्द रैपिड ट्रेन में सफर करने का मौका मिलेगा.
साहिबाबाद से दुहाई के बीच परिचालन की तैयारी पूरी
गाजियाबाद में रैपिड ट्रेन प्रोजेक्ट के प्राथमिक खंड में तैयारियों को लेकर तेजी नजर आ रही है. एनसीआरटीसी के अधिकारियों का दावा है कि प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई के बीच रैपिड ट्रेन के परिचालन को लेकर उनकी तैयारी पूरी है. आदेश मिलने पर रैपिड ट्रेन का परिचालन साहिबाबाद से दुहाई के बीच शुरू कर दिया जाएगा.
आचार संहिता से पहले रैपिड ट्रेन को हरी झंडी दिखाने की कोशिश
दरअसल प्रदेश में नगर निकायों के चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद आचार संहिता लग जाएगी. ऐसे में किसी भी प्रोजेक्ट का लोकार्पण और शिलान्यास नहीं हो सकेगा. माना जा रहा है कि अप्रैल के दूसरे सप्ताह में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है. ऐसे में आचार संहिता लागू होने के मद्देनजर उससे पहले सभी प्रक्रिया को तेजी से पूरा कराया जा रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अप्रैल में रैपिड ट्रेन शुरू होने की बात कह चुके हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि सारी प्रक्रिया पूरी होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैपिड ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे. जल्द ही इस संबंध में तस्वीर साफ हो जाएगी.
एनओसी के लिए आवेदन के बाद शुरू हुई जांच
रैपिड ट्रेन के परिचालन से पहले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम को कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेलवे सेफ्टी की ओर से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलना जरूरी है. इसके लिए एनसीआरटीसी आवेदन कर चुका है. इसके बाद कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेलवे सेफ्टी की ओर से यात्रियों की सुरक्षा को लेकर हर बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी गई है.
इसमें रैपिड ट्रेन के कोच से लेकर एलिवेटेड ट्रैक, सिग्नल प्रणाली, प्लेटफार्म स्क्रीन डोर, प्रवेश और निकास द्वार की गुणवत्ता को अच्छी तरह परखा जाएगा. सभी मानक सही पाए जाने पर एनओसी जारी कर दी जाएगी. मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स के मुताबिक रैपिड ट्रेन के परिचालन को लेकर अभी निर्णय नहीं किया गया है. इस संबंध में उच्चाधिकारी फैसला करेंगे. साहिबाबाद से दुहाई के बीच रैपिड ट्रेन के परिचालन के लिए ट्रैक तैयार है. मंजूरी मिलते ही फैसला होने पर यात्री इस रूट पर सफर कर सकेंगे.
इस तरह आगे बढ़ा रैपिड ट्रेन प्रोजेक्ट
-
8 मार्च 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की प्रथम रीजनल रैपिड ट्रेन के दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कारिडोर की नींव रखी.
-
दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम डिपो तक 82 किमी मीटर तक चलेगी रैपिड ट्रेन.
-
30,274 करोड़ रुपये की लागत से इस प्रोजेक्ट पर काम किया गया.
-
दिल्ली से मेरठ के बीच 25 स्टेशन हैं. स्टेशनों को बस अड्डों, मेट्रो स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों आदि से जोड़ा जा रहा है.
-
50 से 60 मिनट में दिल्ली से मेरठ की दूरी तय होगी.
-
180 किमी प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से दौड़ सकेगी रैपिड ट्रेन.
-
100 किमी प्रति घंटे की औसत रफ्तार से चलेगी रैपिड ट्रेन.
-
साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किमी तक अप्रैल में रैपिड ट्रेन के परिचालन की तैयारी.