Loading election data...

चतरा के एजाजुल हक को शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी सम्मानित

झारखंड से इस वर्ष सिर्फ एक टीचर को राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चुना गया है. इनका नाम एजाजुल हक है. वह चतरा के स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं. खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाते हैं और स्वच्छता पर विशेष जोर देते हैं.

By Mithilesh Jha | September 4, 2023 6:53 PM
an image

चतरा, दीनबंधु/मो तसलीम : बिहार की सीमा पर स्थित झारखंड के चतरा जिले के मध्य विद्यालय दीवानखाना के प्रधानाध्यापक मोहम्मद एजाजुल हक को शिक्षक दिवस पर राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2023 से सम्मानित किया जाएगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों पांच सितंबर को दिल्ली में वह सम्मानित होंगे. इसके लिए एजाजुल हक दिल्ली पहुंच गए हैं. खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाने का उनका अंदाज काफी सराहनीय रहा है. वह ऐसे बच्चों को भी शिक्षा से जोड़ रहे हैं, जो किसी कारण से स्कूल नहीं आ पाते.

बच्चों को स्वच्छता का भी पाठ पढ़ाते हैं एजाजुल हक

एजाजुल हक विद्यालय को लगातार बेहतर बनाने में लगे हुए हैं. बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रहे हैं. स्कूल में साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान देते हैं. बच्चों को भी स्वच्छता का पाठ पढ़ाते हैं. दीवानखाना के प्रधानाध्यापक एजाजुल हक को जिले के बेस्ट टीचर का अवार्ड मिल चुका है. उनके स्कूल को स्वच्छता पुरस्कार मिल चुका है. बुनियादी साक्षरता और संख्या में बेहतर कार्य करने वाले हक ने पीएम ई-विद्या पर संबोधन दे चुके हैं. आईसीटी में राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.

वादी-ए-इरफा में वंचितों के लिए चलाते हैं स्पेशल क्लास

विद्यालय के अलावा शहर के वादी-ए-इरफा में अभिवंचित वर्ग (भुईयां जाति) के बच्चों के लिए स्पेशल क्लास चलाते हैं. विद्यालय में शिक्षा देने के बाद स्पेशल क्लास देकर बच्चों को विद्यालय से जोड़ने का प्रयास करते हैं. मालूम हो कि राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य देश के शिक्षकों के अद्वितीय योगदान को रेखांकित करना और ऐसे शिक्षकों का सम्मान करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता व परिश्रम से न सिर्फ स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध किया है.

Also Read: Teachers’ Day 2023: 5 सितंबर को क्यों मनाते हैं शिक्षक दिवस, जानें इतिहास, महत्व और विचार

Exit mobile version