RSS के अखिल भारतीय प्रांत संयोजकों ने गांवों का किया भ्रमण, आदिम जनजाति बिरहोर की देखी जीवन पद्धति
Jharkhand News : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के ग्राम विकास-गौ सेवा गतिविधि पर अखिल भारतीय प्रांत संयोजकों की चिंतन बैठक की आज शुक्रवार को शुरुआत हुई. इसमें देश के विभिन्न प्रांतों से आए लगभग 150 अखिल भारतीय प्रांत संयोजक शामिल हुए.
Jharkhand News : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के ग्राम विकास-गौ सेवा गतिविधि पर अखिल भारतीय प्रांत संयोजकों की चिंतन बैठक की आज शुक्रवार को शुरुआत हुई. इसमें देश के विभिन्न प्रांतों से आए लगभग 150 अखिल भारतीय प्रांत संयोजक शामिल हुए. गांवों के भ्रमण के दौरान सभी गांवों में स्वयंसेवकों का स्वागत वहां के पारंपरिक लोक नृत्य एवं गीत से किया गया. इस दौरान उन्होंने झारखंड की विभिन्न आदिम जनजाति एवं बिरहोर कॉलोनी में जाकर इनकी जीवन पद्धति देखी.
सबसे पहले सिद्धि टेक स्कूल में चल रहे महिला स्वावलंबन के माध्यम से महिलाओं के द्वारा पूरे भारत में आकर्षण का केंद्र बनी महिला कुर्ती और विभिन्न परिधान बनाने से लेकर पैकेजिंग की रूपरेखा को बारीकी से समझा. इसके साथ ही इस ग्रामीण परिवेश में महिलाओं के कौशल विकास के लिए चलाई जा रही इस कार्य की काफी प्रशंसा की. कृषि में सुधार के लिए अमृत कृषि के द्वारा चलायी जा रही मुहिम और लोगों को जागरूक करने के लिए ऑर्गेनिक कृषि पद्धति की प्रदर्शनी लगायी गयी. इसके बाद सभी स्वयंसेवकों ने कल्पतरु में चलाए जा रहे कौशल विकास प्रशिक्षण के अन्य प्रकल्प की जानकारी ली.
Also Read: Jharkhand News : झारखंड की चुटूआ नदी में आयी बाढ़, 4 वाहन बहे, बाल-बाल बचे ड्राइवर
भारत के विभिन्न प्रांतों से आए अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्यों की पांच अलग-अलग टोली ने निम्न गांव का भ्रमण किया. इनमें गांव लावागढ़ा, डाडीडीह ,चिकोर, रिकवा, ज़राद, लेम, चेतमा, हरिहरपुर,बरतुआ, तालाटांड़, गेरेवा टांड़ शामिल है. भ्रमण के दौरान वहां के लोगों की ग्रामीण परिवेश, दिनचर्या, वेशभूषा, क्षेत्रीय आहार, लोक संस्कृति, कृषि विधि, गोपालन इत्यादि से अवगत हुए. क्षेत्र भ्रमण के दौरान सभी गांवों में स्वयंसेवकों का स्वागत वहां के पारंपरिक लोक नृत्य एवं गीत से किया गया. सभी स्वयंसेवक झारखंड की कला एवं संस्कृति से काफी आनंदित हुए.
ग्रामीणों के द्वारा अपने चिरपरिचित स्थानीय खानपान को उन्हें भोजन के स्वरूप खिलाकर उनका स्वागत किया. अपने इस चिंतन भ्रमण में उन्हें झारखंड की विभिन्न जनजाति एवं बिरहोर कॉलोनी में जाकर इनकी जीवन पद्धति को समझने का अवसर प्राप्त हुआ. साथ ही ग्रामीण महिलाओं के द्वारा बनाई स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से चलाई जा रही दाल और मडुवा की आटा की फैक्ट्री का भी अवलोकन किया. इसके साथ ही मछली पालन, एकल विद्यालय में जाकर वहां की कार्य पद्धति को भी समझा. एकल विद्यालय में उनके स्वागत के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस भ्रमण में संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ दिनेश, अखिल भारतीय ग्राम विकास प्रमुख अजीत महापात्रा, अखिल भारतीय गौ सेवा प्रमुख डॉ गुनाहकर, डॉ आलोक गुप्ता, मनोज भाई सोलंकी, शंकर लाल, श्रीधरन, डॉ अरुण सहित अन्य मौजूद थे.
रिपोर्ट: अजीत तिवारी, पतरातू, रामगढ़