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Ratha Saptami 2022: इस दिन है रथ सप्तमी, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस दिन का महत्व जानें

Ratha Saptami 2022: रथ सप्तमी 7 फरवरी को है. माघ महीने में शुक्ल पक्ष की सप्तमी को रथ सप्तमी या माघ सप्तमी के नाम से जाना जाता है. इस दिन को अचला सप्तमी भी कहते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2022 10:47 AM

Ratha Saptami 2022: माघ महीने में शुक्ल पक्ष की सप्तमी को रथ सप्तमी या माघ सप्तमी के नाम से जाना जाता है. सप्तमी तिथि भगवान सूर्य को समर्पित है. ऐसा माना जाता है कि भगवान सूर्य देव ने रथ सप्तमी के दिन पूरी दुनिया को ज्ञान देना शुरू किया था जिसे भगवान सूर्य का जन्म दिन माना जाता था. इसलिए इस दिन को सूर्य जयंती के नाम से भी जाना जाता है.

रथ सप्तमी पर सूर्य की होती है पूजा

रथ सप्तमी का दिन अत्यधिक शुभ माना जाता है और इसे दान-पुण्य गतिविधियों के लिए सूर्य ग्रहण के रूप में शुभ माना जाता है. इस दिन भगवान सूर्य की पूजा और व्रत करने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान सूर्य की पूजा करने से जाने-अनजाने, वचन से, शरीर से, मन से, वर्तमान जन्म में और पिछले जन्मों में किए गए सात प्रकार के पाप धुल जाते हैं.

रथ सप्तमी के दिन जरूर करें ये काम

रथ सप्तमी को अरुणोदय में स्नान करना चाहिए. रथ सप्तमी स्नान महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है और केवल अरुणोदय के दौरान ही स्नान करने का सुझाव दिया जाता है. अरुणोदय काल सूर्योदय से पहले चार घाटियों (भारतीय स्थानों के लिए लगभग डेढ़ घंटे अगर हम एक घाट अवधि 24 मिनट के रूप में मानते हैं) के लिए प्रचलित है. अरुणोदय के दौरान सूर्योदय से पहले स्नान करने से व्यक्ति स्वस्थ और सभी प्रकार की बीमारियों और रोगों से मुक्त रहता है. इसी मान्यता के कारण रथ सप्तमी को आरोग्य सप्तमी भी कहा जाता है. घर में नहाने से ज्यादा पवित्र नदी, नहर जैसे जलाशय में नहाना शुभ माना जाता है.

रथ सप्तमी पूजा विधि

  • स्नान करने के बाद सूर्योदय के समय भगवान सूर्य को अर्घ्यदान देकर उनकी पूजा करनी चाहिए.

  • अर्घ्यदान छोटे कलश से भगवान सूर्य को नमस्कार मुद्रा में हाथ जोड़कर धीरे-धीरे जल अर्पित करके किया जाता है, अर्घ्य भगवान सूर्य के सामने खड़े होकर दिया जाता है.

  • इसके बाद शुद्ध घी का दीपक जलाएं और कपूर, धूप और लाल फूलों से सूर्य देव की पूजा करें.

  • सूर्यदेव को प्रातः स्नान, दान-पुण्य और अर्घ्यदान करने से लंबी आयु, अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि प्राप्त होती है.

  • इस दिन को अचला सप्तमी, आरोग्य सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है.

रथ सप्तमी स्नान-दान मुहूर्त

  • रथ सप्तमी सोमवार, फरवरी 7, 2022 को

  • रथ सप्तमी के दिन स्नान मूहूर्त – 05:22 ए एम से 07:06 ए एम

  • अवधि – 01 घण्टा 44 मिनट्स

  • रथ सप्तमी के दिन अरुणोदय – 06:41 ए एम

  • रथ सप्तमी के दिन अवलोकनीय सूर्योदय – 07:06 ए एम

  • सप्तमी तिथि प्रारम्भ – फरवरी 07, 2022 को 04:37 ए एम बजे

  • सप्तमी तिथि समाप्त – फरवरी 08, 2022 को 06:15 ए एम बजे

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