Jharkhand News : रामगढ़ में राशन डीलर की मनमानी के खिलाफ लाभुकों में आक्रोश, लाइसेंस रद्द करने की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि डीलर विमल प्रसाद द्वारा कार्डधारियों को कई माह से अनाज कम मात्रा में दिया जा रहा है. इसके बावजूद इसकी जांच नहीं की गयी है. डीलर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. इससे लाभुकों में रोष है. ग्रामीणों की मांग है कि डीलर का लाइसेंस रद्द कर गांव में ही राशन दुकान खोली जाए.
Jharkhand News: रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड क्षेत्र की चोकाद पंचायत के चक्रवाली में कम राशन देने वाले डीलर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. इससे लाभुकों में रोष है. ग्रामीणों का कहना है कि डीलर विमल प्रसाद द्वारा कार्डधारियों को कई माह से अनाज कम मात्रा में दिया जा रहा है. इसके बावजूद इसकी जांच-पड़ताल नहीं की गयी है. लाभुकों ने बताया कि डीलर ने अपने घर में दो तराजू रखा है. अंगूठा लगाने के बाद एक मशीन में सही वजन लिखा जाता है. इसके बाद दूसरे तराजू से पांच से दस किलो कम अनाज लाभुकों को दिया जा रहा है.
डीलर का लाइसेंस रद्द करें
आपको बताते चलें कि राशन डीलर की मनमानी के खिलाफ आक्रोशित लाभुकों ने छह नवंबर को रामगढ़-बोकारो एनएच-23 पर उतरकर विरोध प्रकट किया था. इसकी सूचना मिलने के बाद गोला प्रखंड प्रमुख गीता देवी, मुखिया रूपा देवी व गोला थाना प्रभारी सिद्धांत घटनास्थल पर पहुंचे थे और ग्रामीणों को डीलर के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया था. ग्रामीणों का कहना है कि ऊपर खखरा गांव से लगभग पांच से सात किलोमीटर दूरी तय कर राशन लेने आते हैं. यहां के लोग आदिवासी, हरिजन, पिछड़ा वर्ग परिवार से आते हैं. ग्रामीणों ने मांग की है कि डीलर का लाइसेंस रद्द कर उनके गांव में ही जनवितरण प्रणाली दुकान खोली जाए, ताकि आवागमन व राशन लेने में कोई परेशानी ना हो.
विरोध करने पर डीलर करता है दुर्व्यवहार
मुनिया देवी ने कहा कि अनाज कम देने का विरोध करने पर डीलर द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है. चोकाद पंचायत की मुखिया रूपा देवी ने कहा कि मुझे भी ग्रामीणों द्वारा शिकायत मिली है कि 40 किलो की जगह 35 किलो व 25 किलो की जगह 15 किलो अनाज डीलर के द्वारा दिया जा रहा है. जनता का हक छीनने वाले डीलर पर सख्त कार्रवाई हो. इस संदर्भ में विधायक ममता देवी ने कहा कि यह सरकार गरीब-गुरबों की सरकार है. कोई डीलर कम राशन देता हो या लाभुकों का हक मारता हो, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
रिपोर्ट : शंकर पोद्दार, रजरप्पा, रामगढ़