Suvendu Adhikari Mahishadal Rally: महिषादल (पश्चिम बंगाल) : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बागी नेता शुभेंदु अधिकारी, जिन्होंने तमाम सरकारी पदों से इस्तीफा दे दिया है, ने सार्वजनिक रूप से बता दिया है कि उनका अगला कदम क्या होगा. ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार में परिवहन मंत्री समेत कई अहम जिम्मेदारी संभाल रहे शुभेंदु के इस्तीफे के बाद से ही उनके अगले राजनीतिक कदम को लेकर अटकलों लग रहीं थीं.
इस बीच, रविवार को उन्होंने महिषादल में एक रैली की और कहा कि उनके अगले राजनीतिक कदम के बारे में अंतिम फैसला जनता का होगा. पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कोई राजनीतिक बयान नहीं दिया. उन्होंने आजादी के संघर्ष में अपने गृह जिले पूर्वी मेदिनीपुर के योगदान को याद किया.
उन्होंने कहा, ‘हम राष्ट्रवादी कार्यक्रम आयोजित करेंगे और ब्रिटिश शासन के खिलाफ तमलूक की जनता के बलिदानों को याद करेंगे. हम हमारे संविधान के निर्माताओं को याद करेंगे, जो ‘जनता के लिए, जनता का, जनता द्वारा’ के सिद्धांत में विश्वास रखते थे.’
इस अवसर पर ताम्रलिप्त जनकल्याण समिति के अध्यक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि संगठन के बैनर तले दिसंबर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. तमलूक में वर्ष 1942 के स्वतंत्रता संघर्ष को याद करेंगे. उन्होंने कहा कि हर साल की तरह संगठन 3 दिसंबर को स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस के जन्मस्थान पर उनकी जयंती मनायेगा.
उन्होंने कहा कि 17 दिसंबर को तमलूक में 1942 में बनी ‘ताम्रलिप्त नेशनल गवर्नमेंट’ को याद किया जायेगा. श्री अधिकारी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी रंजीत बोयाल की याद में रैली के आयोजन की तैयारियां लंबे समय से चल रहीं थीं और इनका उनके इस्तीफे से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, ‘हम दिसंबर से अगले साल अगस्त तक कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे.’
श्री अधिकारी ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि अंतिम निर्णय जनता लेगी.’ महिषादल से करीब 10 किलोमीटर दूर हल्दिया में प्रदेश सरकार के मंत्रियों राजीव बनर्जी और सुजीत बोस ने तृणमूल कांग्रेस की युवा इकाई की एक रैली का नेतृत्व किया. श्री बोस ने कहा, ‘जो बंगाल को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं, कभी सफल नहीं होंगे. हमारी नेता ममता बनर्जी हैं, जिन्होंने सिंगूर और नंदीग्राम आंदोलनों की अगुवाई की थी. वह जनता की सच्ची नेता हैं.’
Posted By : Mithilesh Jha