जांच के लिए रिम्स लाये गये रेबिका के शव के टुकड़े, 10 आरोपियों को जेल, सदर SDPO ने किया बड़ा खुलासा
पुलिस ने रेबिका पहाड़िन के क्षत-विक्षत 18 अंगों को दुमका मेिडकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद फॉरेंिसक जांच के लिए रिम्स (रांची) लाया गया. सदर एसडीपीओ राजेंद्र दुबे ने बताया कि पुलिस अनुसंधान कर रही है.
रेबिका पहाड़िन हत्याकांड मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों को मेडिकल जांच के बाद सोमवार की देर शाम न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. वहीं दिलदार अंसारी का मामा मोइनुल अंसारी फरार है. इधर, पुलिस अब तक मृतका के सिर को बरामद नहीं कर पायी है. वहीं हत्या का कारण भी पुलिस अब तक नहीं बता पा रही है. बरामद धारदार हथियार का प्रयोग हत्या में हुआ या नहीं, पुलिस इसकी भी पुष्टि नहीं कर रही है.
इधर पुलिस ने रेबिका पहाड़िन के क्षत-विक्षत 18 अंगों को दुमका मेिडकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद फॉरेंिसक जांच के लिए रिम्स (रांची) लाया गया. इधर सदर एसडीपीओ राजेंद्र दुबे ने बताया कि पुलिस अनुसंधान कर रही है. मामले में कई और अप्राथमिकी अभियुक्त शामिल हो सकते हैं.
इनको जेल : दिलदार अंसारी, मेइनुल हक, मो महताब अंसारी, जरीना खातून (पति मेइनुल अंसारी), सरेजा खातून (पति दिलदार अंसारी), गुलेरा खातून (पति रहमान अंसारी), आमिर हुसैन (पिता मुस्तकिम अंसारी), मुस्तकिम अंसारी, मरियम निशा (पति मुस्तकिम अंसारी), सहरबानो खातून (पति मेइनुल हक मोमिन).
रेबिका की थी दूसरी शादी, पांच साल की बच्ची भी है
रेबिका की एक पांच वर्ष की बेटी रिया है. मृतका की बहन शीला पहाड़िन ने बताया कि हत्या के बाद से ही उसकी मासूम बेटी बार-बार अपनी मां से मिलना चाह रही है. उसने बताया कि रेबिका की छह साल पहले बोरियो के बिन्दरी बंदरकोला निवासी राजीव मालतो से शादी हुई थी. शादी के एक साल बाद रिया का जन्म हुआ. कुछ दिन बाद ही दोनों अलग रहने लगे. इसी दौरान बोरियो हाट आने-जाने के क्रम में दिलदार व रेबिका के बीच प्यार हुआ. इसके बाद दिलदार रेबिका को लेकर बेंगलुरु लेकर चला गया. वहां से लौटने के बाद दोनों एक साथ रहने लगे थे.
बोरियो में भाजपा ने निकाला विरोध मार्च
रेबिका पहाड़िन हत्याकांड मामले में सभी आरोपी को फांसी देने की मांग पर सोमवार को भाजपा ने बोरियो डाकबंगला परिसर से प्रखंड परिसर तक जनआक्रोश रैली निकाली. रैली का नेतृत्व बोरियो मंडल अध्यक्ष शिवशंकर पंडित ने किया. रैली में भाजपा की पूर्व मंत्री डॉ लुईस मरांडी भी शामिल हुईं. डॉ मरांडी ने कहा कि सभी दोषियों को झारखंड सरकार स्पीडी ट्रायल के मध्यम से फांसी की सजा दिलाये. पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग प्रदान करे व दोषियों पर कार्रवाई होने तक प्रशासन पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान करे.