रेबिका पहाड़िन हत्याकांड : झारखंड हाईकोर्ट ने तीन आरोपियों को दी जमानत, रोज लगानी होगी थाने में हाजिरी
दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड की तरह झारखंड के चर्चित हत्याकांड मामले में आज झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. रेबिका हत्याकांड मामले में न्यायाधीश जस्टिस नवनीत कुमार की अदालत ने सुनवाई के दौरान अपना फैसला सुनाते हुए तीन आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया है.
Jharkhand Highcourt: दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड की तरह झारखंड के चर्चित हत्याकांड मामले में आज झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. रेबिका हत्याकांड मामले में न्यायाधीश जस्टिस नवनीत कुमार की अदालत ने सुनवाई के दौरान अपना फैसला सुनाते हुए तीन आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया है. तीनों आरोपियों में पति आमिर हुसैन, महताब और गुलेरा शामिल हैं. बता दें कि ये तीनों आरोपी मुख्य अभियुक्त दिलदार अंसारी के रिश्तेदार हैं. हालांकि, इन तीनों को जमानत शर्त के साथ दी गयी है.
25-25 हजार के दो निजी मुचलके
अदालत ने शर्त रखते हुए कहा है कि इन तीनों को हर दिन संबंधित थाना आकर अपनी हाजिरी लगानी होगी. साथ ही 25-25 हजार के दो निजी मुचलके भी भरने होंगे. जानकारी हो कि इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने जमानत याचिका की अपील की थी जिसपर सुनवाई करते हुए यह निर्णय लिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार, आरोपियों की तरफ से वकील रोहन मजूमदार ने बहस की और जमानत देने की मांग की थी.
रेबिका हत्याकांड मामले में 12 गिरफ्तारी
जानकारी यह भी हो कि रेबिका हत्याकांड मामले में अभीतक कुल 12 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसमें मुस्तकीम अंसारी, दिलदार अंसारी, मरियम निशा, गुलेरा खातुन, सरैजा खातुन , गुलेरा खातुन, महताब अंसारी, आमिर अंसारी, मैनूल एक, शहर बानो, जरीना बीबी और मैनुल असारी शामिल है.
जानें पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, बोरियो थाना क्षेत्र अंतर्गत मठियो डोंडा पहाड़ की रहनेवाली रेबिका पहाड़िन हाट बाजार आती थी. दिसंबर से तीन माह पहले दिलदार की नजर उस पर पड़ी. उसने धीरे-धीरे रेबिका को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया और शादी कर ली. एक महीने से दोनों साथ में रह रहे थे. दिलदार पहले से शादीशुदा है. कहा जाता है कि दिलदार के घरवाले रेबिका के साथ शादी करने से खुश नहीं थे.
पहली पत्नी करती थी कलह
यही वजह थी कि रेबिका से शादी करने के बाद दिलदार ने उसे बोरियो संताली स्थित हेमंती मुर्मू के मकान में किराये का कमरा लेकर रखा था. इधर, दिलदार के घरवालों को रेबिका बहू के रूप में स्वीकार नहीं थी. दिलदार की पहली पत्नी भी घर में कलह करती थी. इसके बाद दिलदार के परिवारवालों ने योजना बना कर रेबिका की हत्या कर दी.