कानपुर: आरटीआई में दाखिला ना देने वाले तीन स्कूलों की समाप्त होगी मान्यता, डीएम ने बीसीए को दिए निर्देश
कानपुर में आईटीआई में दाखिला देने के मामले में कुछ निजी स्कूल लापरवाही बरत रहे हैं ऐसे में डीएम ने ऐसे 24 स्कूलों की बैठक कलेक्ट्रेट में बुलाई थी. जिसमें स्कूल के संचालक और प्रधानाचार्य नहीं पहुंचे थे. साथ ही आरटीआई के तहत दाखिला भी नहीं दिया जा रहा है.
Kanpur : आरटीआई को कुछ स्कूल संचालकों ने मजाक बना रखा. अभिभावक परेशान है और दाखिले के लिए स्कूलों के चक्कर काट रहे हैं. बावजूद इसके इन स्कूल इन बच्चों को दाखिला नहीं दे रहे. उनसे कई बार दाखिले को कहा गया लेकिन वह हर बार आदेश की अनसुनी कर देते हैं.
अब इन स्कूलों को चेतावनी नहीं बल्कि नोटिस देकर इनकी मान्यता आहरण की कार्रवाई की जाएगी. स्कूलों की कार्यशैली से नाराज डीएम विशाख जी अय्यर ने अपर जिलाधिकारी, न्याययिक सूरज यादव और बीएसए सुरजीत कुमार सिंह को शहर के 3 स्कूलों के मानता आहरण के निर्देश दिए.
आईटीआई में दाखिला देने के मामले में कुछ निजी स्कूल लापरवाही बरत रहे हैं ऐसे में डीएम ने ऐसे 24 स्कूलों की बैठक कलेक्ट्रेट में बुलाई थी. आवास विकास स्थित स्कूल के संचालक या प्रधानाचार्य तो बैठक में पहुंचे ही नहीं जबकि उनके स्कूल में छात्रों को आरटीआई के तहत दाखिला ही नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में गुस्साए डीएम ने स्कूल पर कार्रवाई कर मान्यता आहरण का नोटिस भेजने को कहा.
वही पिनाइकल नेशनल स्कूल द्वारा प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय लाटरी के माध्यम से आवंटित 15 छात्रों में से मात्र 8 छात्रों के ही प्रवेश दिया. जबकि गैंजेस वर्ल्ड स्कूल हरजिंदर नगर तीनों चरणों में स्कूल आवंटित होने के बावजूद छात्रों को प्रवेश नहीं दे रहा है. ऐसे में इन दोनों स्कूलों की भी मानता आहरण का नोटिस भेजने के निर्देश दिए गए.
आय प्रमाण पत्र और बोर्ड से अनुमति का न बनाए बहाना
कुछ स्कूल प्रबंधकों ने अभिभावकों के आय प्रमाण पत्रों को संदिग्ध बताया तो डीएम ने आपत्ति जताई और कहा कि आपसे दाखिला दे. प्रमाण पत्र की जिम्मेदारी संबंधित विभाग के लोग कर लेंगे. साथ ही बोर्ड से अनुमति लेने का बहाना ना बनाएं. छात्रों को प्राथमिकता से दाखिला दे. कुछ स्कूल प्रबंधकों ने कहा कि छात्र छात्राओं के अभिभावक प्रवेश दिलाने को इच्छुक नहीं है या उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है. ऐसे में डीएम ने संबंधित एबीएसए एवं विद्यालय के प्रतिनिधि द्वारा साथ बैठकर अभिभावकों से संपर्क करने को कहा गया.