पलामू ने जून माह में बारिश का पिछले नौ साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. इस वर्ष जून में 300 मिमी से अधिक बारिश हुई है. पलामू और जमशेदपुर में रांची से भी अधिक बारिश हुई है. तो वहीं, झारखंड में कोरोना का मामला जून के शुरुआती हफ्ते में पीक पर पहुंच गया था, लेकिन माह के अंतिम सप्ताह में इसकी रफ्तार पर लगाम लगी. इधर, सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा है कि राज्य सरकार कठोर निर्णय लेने पर विचार कर रही है. इसके तहत सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों को ही सरकारी नौकरी मिलेगी. तो वहीं, राज्य के कोडरमा और चतरा जिले में हुए कृषि घोटाले की निगरानी जांच 10 साल में भी पूरी नहीं हो सकी है. इधर, देवघर में ऐतिहासिक श्रावणी मेला के आयोजन को लेकर दायर जनहित याचिका पर झारखंड हाइकोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया. फैसले के लिए तीन जुलाई की तिथि निर्धारित की. झारखंड की टॉप 5 खबरों में आज इन्हीं खबरों पर करेंगे विस्तार से चर्चा…
पलामू ने जून माह में बारिश का पिछले नौ साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. इस वर्ष जून में 300 मिमी से अधिक बारिश हुई है. पलामू और जमशेदपुर में रांची से भी अधिक बारिश हुई है. पूरे राज्य में इन्हीं तीनों जिलों में जून में 300 मिमी से अधिक बारिश हुई.
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झारखंड में कोरोना का मामला जून के शुरुआती हफ्ते में पीक पर पहुंच गया था, लेकिन माह के अंतिम सप्ताह में इसकी रफ्तार पर लगाम लगी. जून के शुरुआती हफ्ते में कोरोना की संक्रमण दर जहां 10 प्रतिशत से अधिक हो गयी थी, वहीं यह घटकर अब दो प्रतिशत से नीचे आ गयी है.
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सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा है कि राज्य सरकार कठोर निर्णय लेने पर विचार कर रही है. इसके तहत सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों को ही सरकारी नौकरी मिलेगी. शिक्षकों को 95 फीसदी गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त रखने की पहल की जा रही है.
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राज्य के कोडरमा और चतरा जिले में हुए कृषि घोटाले की निगरानी जांच 10 साल में भी पूरी नहीं हो सकी है. विधानसभा के प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति के तत्कालीन अध्यक्ष की शिकायत पर वर्ष 2009 में शुरू हुई निगरानी जांच की यह स्थिति है.
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देवघर में ऐतिहासिक श्रावणी मेला के आयोजन को लेकर दायर जनहित याचिका पर मंगलवार को सुनवाई पूरी हुई, जिसके बाद झारखंड हाइकोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया. फैसले के लिए तीन जुलाई की तिथि निर्धारित की.
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post by : Pritish Sahay