New Year 2023: नये साल की सौगात, झारखंड के कोडरमा व चतरा में खुलेगा रिजनल ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर

झारखंड में सिर्फ धनबाद जिले में हैवी व्हीकल मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर सरकारी तौर पर संचालित है. हैवी व्हीकल का लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों का धनबाद में ही ट्रायल लिया जाता है. इसके बाद लाइसेंस जारी किया जाता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2023 5:26 PM
an image

कोडरमा : झारखंड के दो जिलों कोडरमा व चतरा में परिवहन विभाग क्षेत्रीय ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलेगा. इसको लेकर तैयारी चल रही है. योजना के क्रियान्वयन को लेकर पीपीआर तैयार किया गया है. तैयार पीपीआर को देखने के बाद इसे स्वीकृत करते हुए डीपीआर तैयार करने को लेकर स्वीकृति दी गई है. जल्द ही डीपीआर तैयार होने के बाद चिन्हित जगहों पर ट्रेनिंग सेंटर खोले जाने की कवायद शुरू होगी. कोडरमा डीसी आदित्य रंजन ने बताया कि क्षेत्रीय ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए जमीन चिन्हित की गयी है. दो जगहों में किसी एक जमीन पर केंद्र का निर्माण होगा.

धनबाद में हैवी व्हीकल मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर

वर्तमान में झारखंड के सिर्फ धनबाद जिले में हैवी व्हीकल मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर सरकारी तौर पर संचालित है. हैवी व्हीकल का लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों का धनबाद में ही ट्रायल लिया जाता है. इसके बाद लाइसेंस जारी किया जाता है. ऐसे में लंबे समय से अन्य जिलों में ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोले जाने की जरूरत महसूस की जा रही थी. मांग को देखते हुए श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग के मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने वैपीक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड मोहराबादी रांची के द्वारा तैयार पीपीआर के तहत योजना के क्रियान्वयन को लेकर अनुमोदन किया है.

पांच एकड़ में बनेगा ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर

बताया जा रहा है कि इस योजना पर विभागीय स्तर पर भी स्वीकृति मिल गई है. कोडरमा में यह केंद्र खोले जाने को लेकर जयनगर व चंदवारा के करौंजिया में दो जगहों पर जमीन चिन्हित की गई है. इन दोनों में से बेहतर जगह पर करीब पांच एकड़ जमीन पर केंद्र का निर्माण किए जाने का प्रस्ताव है. क्षेत्रीय ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में एडवांस टेक्नोलॉजी को अपनाते हुए कई व्यवस्थाएं रहेंगी. कोडरमा डीसी आदित्य रंजन ने बताया कि क्षेत्रीय ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए जमीन चिन्हित की गयी है. दो जगहों में किसी एक जमीन पर केंद्र का निर्माण होगा. इससे लोगों को आने वाले समय में सहूलियत होगी.

Also Read: बिकती बेटियां: बचपन छीन खेलने-कूदने की उम्र में बच्चियों की जिंदगी बना दे रहे नरक, कैसे धुलेगा ये दाग ?

रिपोर्ट : विकास, कोडरमा

Exit mobile version