गोरखपुर: मानव संपदा पोर्टल पर जीवित स्वास्थ्यकर्मी को दर्ज कर दिया मृतक, नहीं मिल रहा वेतन, जानिए क्या है वजह
गोरखपुर में दो स्वास्थ्यकर्मी मानव संपदा पोर्टल पर मृत दर्ज हैं. जिससे दोनों कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है. अधिकारियों ने शासन को पत्र लिखकर इन दोनों कर्मचारियों को पोर्टल पर जीवित दर्ज करने के लिए अनुरोध किया है.
Gorakhpur: गोरखपुर में दो स्वास्थ्यकर्मी का वेतन रुकने का मामला सामने आया हैं. दोनों स्वास्थ्यकर्मी मानव संपदा पोर्टल पर मृत दर्ज हैं. जिससे दोनों कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है. दोनों कर्मचारियों में से एक जिला अस्पताल के सिस्टर इंचार्ज पद पर कार्यरत राजेंद्र शुक्ला है. वहीं दूसरा एडी हेल्थ कार्यालय के कर्मचारी नुरुलहुदा है. अधिकारियों ने शासन को पत्र लिखकर इन दोनों कर्मचारियों को पोर्टल पर जीवित दर्ज करने के लिए अनुरोध किया है.
गोरखपुर के स्वास्थ्य विभाग में जीवित दो स्वास्थ्य कर्मियों का मानव संपदा पोर्टल पर मृत दर्ज होने का मामला सामने आया है. जिससे दोनों ही कर्मचारियों का वेतन रुक गया है. जिला अस्पताल में सिस्टम इंचार्ज की पद पर तैनात राजेंद्र शुक्ला इससे पहले देवरिया जिले में मेडिकल कॉलेज में तैनात थे. जुलाई माह में उनका गोरखपुर जिला अस्पताल में ट्रांसफर हुआ था. देवरिया मेडिकल कॉलेज से मानव संपदा का जो डाटा जिला अस्पताल और ट्रेजरी को मिला है उसमें राजेंद्र शुक्ला मृतक दर्ज हैं. जिससे ट्रेजरी ने उनका वेतन रोक दिया है.
राजेंद्र शुक्ला को जून माह से वेतन नहीं मिल रहा है. उन्होंने जरा अस्पताल प्रशासन से न्याय की मांग की है. साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि वह जिंदा है और अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. जिला अस्पताल प्रशासन ने शासन को ईमेल कर बताया है कि सिस्टर इंचार्ज राजेंद्र शुक्ला जीवित है और वह जिला अस्पताल में ड्यूटी कर रहे हैं. मानव संपदा पोर्टल पर उन्हें मृतक दर्ज कर दिया गया है. उन्होंने अनुरोध किया है की सिस्टर इंचार्ज को पोर्टल पर जीवित दर्ज किया जाए.
वही एक दूसरा मामला भी सामने आया है जहां एडी हेल्थ कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी नुरुलहुदा वर्ष 2018 में निलंबित कर दिए गए थे. इसके बाद 19 जुलाई 2023 को शासन ने उन्हें बहाल कर दिया. तब से उनका वेतन नहीं मिला है. जब इस बारे में जानकारी जुटा गई तो पता चला कि मानव संपदा पोर्टल पर वह मृतक दर्ज हैं.
इसके बाद एड हेल्थ ने शासन में निदेशक वित्तीय सांख्यिकी निदेशालय को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने लिखा है कि उनके यहां कार्यरत क्लर्क नुरुलहुदा जीवित है. जबकि मानव संपदा पोर्टल पर उन्हें मृत दर्ज कर दिया गया है. जिसके कलर ट्रेजरी ने उनका वेतन रोक दिया है. उन्होंने त्रुटि का सुधार करने का अनुरोध किया है, जिससे ट्रेजरी उनका वेतन जारी कर सके.
रिपोर्ट– कुमार प्रदीप, गोरखपुर