हावड़ा के सांकराइल में रिश्तेदारों के बीच मारपीट ने लिया राजनीतिक रंग, हुई हवाई फायरिंग
हमले का सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने हासिल किया है. फुटेज के आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. आरोपियों के नाम मसूद आलम खान उर्फ गुड्डु और कमरुज्जमां खान हैं. दोनों रिश्ते में जीजा और साला हैं.
हावड़ा, कुंदन झा. पश्चिम बंगाल में हावड़ा जिला के सांकराइल थाना अंतर्गत लीचू बागान इलाके में दो रिश्तेदारों के बीच चल रही तनातनी उस समय हिंसक झड़प में बदल गयी, जब एक पक्ष ने दूसरे पर लाठी और डंडे से हमला बोल दिया. इस झड़प में हवाई फायरिंग की भी खबर है. दोनों रिश्ते में चाचा और भतीजा हैं. दोनों परिवारों का संबंध तृणमूल कांग्रेस से है. इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया.
पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
घटना की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और स्थिति को काबू में किया. इस हमले का सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने हासिल किया है. फुटेज के आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. आरोपियों के नाम मसूद आलम खान उर्फ गुड्डु और कमरुज्जमां खान हैं. दोनों रिश्ते में जीजा और साला हैं.
कौन है गुड्डू खान
नाजिरगंज के लीचू बागान इलाके में गुड्डू खान का मकान है. उनकी पत्नी नासरिन खातून तृणमूल कांग्रेस शासित बोर्ड (2013-18) में वार्ड नंबर 45 की पार्षद व एमएमआइसी रह चुकीं हैं. उनका भाई कमरुज्जमां खान उर्फ चांद हावड़ा नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है. वर्ष 2021 में विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले दक्षिण हावड़ा विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने पर गुड्डू खान ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए पार्टी से नाता तोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था.
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पत्नी के साथ भाजपा में शामिल हुए गुड्डू खान
गुड्डू खान की पत्नी भी भाजपा में शामिल हो गयीं. उम्मीद थी कि भाजपा उन्हें दक्षिण हावड़ा सीट से अपना प्रत्याशी बनायेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. भाजपा से भी उन्हें टिकट नहीं मिला. चुनाव संपन्न होने के कुछ दिनों बाद तक वह भाजपा में रहे, लेकिन इसके बाद उन्होंने भगवा दल से दूरी बना ली और फिर से तृणमूल कांग्रेस से जुड़ गये. तृणमूल के कई कार्यक्रमों और रैली में शामिल होते उन्हें देखा जाने लगा.
तृणमूल ने कभी नहीं की गुड्डू की पार्टी में वापसी की घोषणा
हालांकि, तृणमूल कांग्रेस की ओर से गुड्डु खान की पार्टी में वापसी की कभी अधिकारिक घोषणा नहीं की गयी. इसी बीच विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद वर्ष 2021 के नवंबर महीने में नाजिरगंज में ही गुड्डू खान के भाई वाइजुल खान की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. इस समय वाइजुल खान तृणमूल कांग्रेस के हावड़ा जिला अल्पसंख्यक सेल में पदाधिकारी थे और गुड्डु खान भाजपा में थे. इस मामले ने भी राजनीतिक रंग ले लिया था. तृणमूल व भाजपा ने एक-दूसरे पर हमला करने का आरोप लगाया था.
क्या है घटना
वाइजुल खान की हत्या के बाद उनका बेटा आरिफ खान तृणमूल कांग्रेस से जुड़ा और वह तृणमूल कांग्रेस का युवा नेता बन गया. बताया जा रहा है कि दोनों परिवार के बीच मनमुटाव काफी दिनों से था. आरिफ ने बताया कि शनिवार रात को 11 बजे वह अपने साथियों के साथ घर लौट रहा था. इसी समय उस पर हमला कर दिया गया. घर के दरवाजे को तोड़ने की कोशिश की गयी. गोली भी चलायी गयी. महिलाओं को भी पीटा गया.
4-5 लोगों के घायल होने की खबर
इस हमले में 4 से 5 लोगों के घायल होने की खबर है. हमले के पीछे आपसी विवाद है या इसके राजनीतिक कारण हैं, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालकर मामले की जांच में जुटी है. फुटेज में तृणमूल नेता और कई लोगों को देखा जा रहा है. रविवार को गिरफ्तार दोनों आरोपियों को हावड़ा अदालत में पेश किया गया. मजिस्ट्रेट ने दोनों को 8 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया.
बंगाल के मंत्री अरूप राय ने कहा- कानून अपना काम करेगा
पश्चिम बंगाल के सहकारिता मंत्री अरूप राय ने कहा है कि गुड्डु ने पिछले विधानसभा चुनाव से पहले ही पार्टी छोड़ दी थी. हाल ही में उन्होंने पार्टी में वापसी के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से संपर्क किया था. उसके आवेदन पर अभी पार्टी ने कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है. वह पहले तृणमूल कांग्रेस में थे, लेकिन अभी नहीं हैं. अगर किसी ने अपराध किया है, तो उसके खिलाफ पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी.