बंगाल में 1 जून से खुल जायेंगे धार्मिक स्थल, दफ्तरों में 100 फीसदी उपस्थिति की मंजूरी
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि राज्य में आगामी आठ जून से सभी दफ्तरों में 100 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति की इजाजत होगी. वर्तमान में 25 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति की इजाजत है. इनमें निजी व सरकारी कार्यालय दोनों ही शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने बताया कि एक जून से मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर समेत सभी धार्मिक स्थल खुल जायेंगे. हालांकि एक साथ 10 लोगों से अधिक के प्रवेश की इजाजत नहीं होगी.
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि राज्य में आगामी आठ जून से सभी दफ्तरों में 100 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति की इजाजत होगी. वर्तमान में 25 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति की इजाजत है. इनमें निजी व सरकारी कार्यालय दोनों ही शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने बताया कि एक जून से मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर समेत सभी धार्मिक स्थल खुल जायेंगे. हालांकि एक साथ 10 लोगों से अधिक के प्रवेश की इजाजत नहीं होगी.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक स्थलों के भीतर कोई बड़ा धार्मिक आयोजन नहीं किया जा सकेगा. मुख्यमंत्री का कहना था कि जब ट्रेनों में सामाजिक दूरी की धज्जियां उड़ाते हुए मजदूरो को भेजा जा रहा है तब धार्मिक स्थलों के खुलने में क्या समस्या है? जब अधिक संख्या में ट्रेन मौजूद हैं तो ट्रेनों को बढ़ा कर कम-कम मजदूरों को ट्रेनों में क्यों नहीं भेजा जा रहा.
उन्होंने कहा कि आखिर क्यों मजदूरों को ट्रेनों में ठूंस कर, एक सीट पर तीन-तीन लोगों को बैठाकर भेजा जा रहा है. इससे कोरोना का संक्रमण और फैल रहा है. लोग अब श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनों को देख कर उसे कोरोना एक्सप्रेस ट्रेन कह रहे हैं. धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई में 72 घंटे का समय लगेगा इसलिए उसे एक जून से खोला जायेगा. एक जून से चाय व जूट सेक्टर में भी सौ फीसदी कर्मचारियों के इस्तेमाल की इजाजत दी जा रही है. मुख्यमंत्री का कहना था कि इन कर्मचारियों को भारी मुश्किल हो रही है और उन्हें वेतन की भी समस्या हो रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने सरकारी के साथ-साथ निजी कार्यालयों को पूर्ण क्षमता के साथ कार्य करने की इजाजत दे दी है. अब निजी कार्यालयों पर यह निर्भर करता है कि वह अपने कर्मचारियों को ऑफिस लाने की व्यवस्था करे. उन्होंने बताया कि सभी सरकारी बसों को चलाने की इजाजत दी गयी है. निजी बसों को भी चलाने के लिए कहा गया है. अब बसों की सभी सीटों पर यात्रियों को बैठाने की इजाजत दी जा रही है.
बता दें कि इससे पहले केवल 20 यात्रियों को बसों में बैठाने की इजाजत थी. हालांकि अभी भी बसों में खड़े होकर यात्रा करने की इजाजत नहीं दी गयी है. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि बसों में जबरन चढ़ने के लिए कंडक्टर के साथ झगड़ा नहीं किया जा सकता. मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि होम डिलीवरी यदि देर तक रखे जाने लायक है तो उसे बिल्डिंग के कार्यालयों में रखकर उन्हें कुछ घंटों बाद भी बिल्डिंगों के कार्यालयों से लिया जा सकता है.
Posted By : Amlesh Nandan Sinha.