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आगरा विश्वविद्यालय: ढाई महीने बाद भी नहीं जारी हुआ एनईपी मुख्य परीक्षा का परिणाम, परीक्षार्थी कर रहे इंतजार

आगरा विश्वविद्यालय ने एनईपी के तहत करीब ढाई महीने पहले मुख्य परीक्षाएं कराई थी. लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय द्वारा परिणाम घोषित नहीं किया गया है. जबकि परीक्षार्थी परीक्षा परिणाम के इंतजार में बैठे हुए हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 6, 2023 1:37 PM
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Agra : आगरा विश्वविद्यालय ने एनईपी के तहत करीब ढाई महीने पहले मुख्य परीक्षाएं कराई थी. लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय द्वारा परिणाम घोषित नहीं किया गया है. जबकि परीक्षार्थी परीक्षा परिणाम के इंतजार में बैठे हुए हैं. परीक्षा परिणाम आने के बाद वह दूसरे सत्र में प्रवेश लेंगे. वही विश्वविद्यालय से संबंधित आरबीएस कॉलेज की बीएससी कृषि की सभी सीट पहले ही काउंसलिंग में भर गई है. जिसके लिए अब दूसरी मेरिट लिस्ट जारी होने की संभावना नहीं जताई जा रही.

बता दें बीएससी कृषि में प्रवेश के लिए 11 सीटों पर प्रवेश रोका गया है. यह वह सीट हैं जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इन सीटों पर भी प्रवेश के लिए अभ्यर्थी काउंसलिंग करा चुके हैं. जाति प्रमाण पत्र में कुछ समस्या होने की वजह से अभी उन्हें नई जाति प्रमाण-पत्र देने को कहा गया है. यदि इन अभ्यर्थियों के जाति प्रमाण-पत्र आ जाते हैं तो पहले ही काउंसलिंग में यह सीट भर जाएगी और अगर सीट खाली रह जाती है तो दूसरी काउंसलिंग कराई जाएगी.

वहीं दूसरी तरफ आरबीएस कॉलेज से बीएससी कृषि करने वाले छात्र दूसरी मेरिट लिस्ट का इंतजार कर रहे थे. लेकिन अब उन्हें निराशा हाथ लगी है. बीएससी कृषि की अधिकतम 30 फ़ीसदी सीट में दूसरे राज्यों के अभ्यार्थियों के लिए आरक्षित थी यह सभी सीट भर चुकी हैं. डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय द्वारा एनईपी के तहत कराई गई स्नातक और परास्नातक की परीक्षाएं 15 जून 2023 को समाप्त हुई थी.

परीक्षाओं को ढाई महीना बीत गया. बताया जा रहा है की परीक्षा कोपियों का मूल्यांकन कर लिया गया है. लेकिन अभी तक अंक जारी नहीं किए गए हैं. प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड ना करने की वजह से परिणाम घोषित ना हो पाना बताया जा रहा है.

350 महाविद्यालय को तीन बार हो चुका है नोटिस जारी

विश्वविद्यालय करीब 350 महाविद्यालय को पिछले तीन बार से नोटिस जारी कर चुका है. जिससे कि वह जल्द से जल्द प्रयोगात्मक परीक्षाओं के अंक उपलब्ध करा दे लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है. ऐसे में विश्वविद्यालय ने निर्णय लिया था कि जिन महाविद्यालय द्वारा अंक उपलब्ध नहीं कराए हैं. उनको छोड़कर अन्य महाविद्यालयों का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया जाए.

जिससे कि उक्त महाविद्यालय से संबंधित विद्यार्थियों को जानकारी मिल सके कि उनका परिणाम क्यों घोषित नहीं किया गया है. लेकिन विश्वविद्यालय ने अभी तक इस निर्देश के अनुसार भी परिणाम जारी नहीं किया है. विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर ओमप्रकाश ने बताया कि अब तक करीब 350 महाविद्यालय ऐसे हैं. जिन्होंने प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक उपलब्ध नहीं कराए हैं. जिसकी वजह से उन्हें 5 सितंबर को चौथा नोटिस जारी किया गया है. और 10 सितंबर तक अंक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.

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