Bareilly: माफिया अतीक अहमद के छोटे भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ का साला सद्दाम और बरेली शहर से मेयर का चुनाव लड़ने वाला लल्ला गद्दी कई दिनों से फरार है. इनकी तलाश में पुलिस उत्तराखंड से लेकर नेपाल तक दबिश दे चुकी है. इसके बाद भी कोई सुराग नहीं लगा. लेकिन अब पुलिस ने दोनों पर इनाम घोषित कराने की तैयारी शुरू कर दी है. हालांकि प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के अन्य फरार आरोपियों पर पुलिस पहले ही 2.50 लाख तक का ईनाम घोषित कर चुकी है.
बरेली जेल में बंद अशरफ पर उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रचने का आरोप है. इसके बाद एसटीएफ ने बरेली जेल में अशरफ से पूछताछ की. बरेली पुलिस भी सक्रिय हुई. बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के आरोप में 35 महीने से बरेली जेल में बंद अशरफ को उसका साला सद्दाम जेल में वीआईपी फैसिलिटी दिलाता था. इसके साथ ही एक-एक पर्ची से तमाम लोगों की मुलाकात कराई जाती थी. हालांकि इस मामले में बिथरी चैनपुर थाने में जेल चौंकी इंचार्ज ने जेल आरक्षी शिव हरि अवस्थी, जेल कैंटीन में ऑटो से सब्जी, आदि सामान के साथ अशरफ को रुपये पहुंचाने वाले ऑटो चालक नन्हें उर्फ दयाराम, अशरफ, सद्दाम, और लल्ला गद्दी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.
इसमें जेल आरक्षी शिव हरि अवस्थी और नन्हें उर्फ दयाराम जेल जा चुका है, तो वहीं सोमवार शाम डीजी जेल आनंद कुमार की जांच के बाद डिप्टी जेलर समेत 6 जेल कर्मियों को निलंबित किया. इसके साथ ही जेल आरक्षी मनोज गौड़ को गिरफ्तार किया गया. लल्ला गद्दी पर 8 दिन में दो और मुकदमें दर्ज हो चुके हैं. इस पर पहले भी कई मुकदमें दर्ज हैं. इसी तरह सद्दाम पर बरेली में दो मुकदमें दर्ज हुए हैं, तो वहीं प्रयागराज में मुकदमें पहले के होने की बात सामने आई है.
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बरेली जेल के डिप्टी जेलर (कारपाल) राजीव कुमार मिश्र, उपकारापाल दुर्गेश प्रताप सिंह, जेल बॉर्डर (आरक्षी) ब्रिजवीर सिंह, मनोज गौड़, दानिश मेहंदी, दलपत सिंह को सस्पेंड किया गया. यह कार्रवाई डीजी जेल आनंद कुमार ने जांच के बाद की. इससे पहले आरक्षी शिव हरि अवस्थी को सस्पेंड किया जा चुका है. इसके साथ ही शिव हरि अवस्थी और वर्तमान में पीलीभीत जेल में तैनात आरक्षी मनोज गौड़ को जेल भेजा जा चुका है. इन पर अशरफ को जेल में वीआईपी फैसिलिटी देने, बिना पर्ची के लोगों की मुलाकात कराने, बिना मोहर लगाएं जेल में इंट्री देने समेत तमाम आरोप हैं.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद बरेली