Jharkhand News, Dhanbad News, धनबाद : कोरोना वायरस संक्रमण रिपोर्ट की हेराफेरी करने के मामले में झारखंड के धनबाद जिला अंतर्गत बाघमारा प्रखंड के वीएलइ (VLE) गौतम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है, जबकि पैथ काइंड के संचालक को मंगलवार शाम तक प्राथमिकी दर्ज कराने की अंतिम चेतावनी दी गयी है. डीसी उमाशंकर सिंह ने 24 घंटे में FIR करने का आदेश दिया था. इस मामले को लेकर झरिया में CSC पर कार्रवाई होगी.
डीसी उमाशंकर सिंह ने सोमवार को बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की जांच रिपोर्ट को बदलने के मामले में बाघमारा के सीओ राजेश कुमार की तरफ से VLE के खिलाफ बरोरा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. उनपर कई धारा लगाया गया है. इसमें कोरोना वायरस संक्रमण जैसी महामारी मामले में भी लोगों के जान से खिलवाड़ करने का आरोप भी शामिल है. साथ ही VLE गौतम द्वारा झरिया के बकरहट्टा में संचालित CSC के खिलाफ भी कार्रवाई होगी. झरिया के अंचलाधिकारी को CSC पर कार्रवाई करने को कहा गया है. CSC की जांच भी की गयी है.
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डीसी ने कहा कि पैथ काइंड संचालक के कर्मी विकास जो कि मुख्य आरोपी है, उस पर भी 5 जनवरी, 2021 शाम तक FIR कराने को कहा गया है. अगर लैब संचालक FIR नहीं कराते हैं, तो जिला प्रशासन की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया जायेगा. किसी भी सूरत में उन्हें बख्शा नहीं जायेगा. पैथ काइंड संचालक को विकास को दी गयी NOC को रद्द करने तथा सिक्यूरिटी मनी को जब्त करने, भविष्य में किसी तरह के काम नहीं देने को कहा गया है.
कोरोना काल में धनबाद में सबसे पहले पैथ काइंड को ही कोरोना कोविड- 19 की RTPCR जांच के लिए प्राधिकृत किया गया था. आरोप लगा था कि जांच एजेंसी के लोग पैसे लेकर कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट निगेटिव कर देते थे. प्रशासनिक जांच में इसकी पुष्टि हुई. इसके बाद डीसी ने 30 दिसंबर, 2020 को ही पैथ काइंड कर्मी विकास तथा बाघमारा के VLE गौतम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था.
Posted By : Samir Ranjan.