पूर्णिया. पूर्व जिला पार्षद रिंटू सिंह की हत्या की सीबीआई जांच और इस मामले में मंत्री लेशी सिंह की बर्खास्तगी की मांग को लेकर राष्ट्रीय जनता दल द्वारा आहूत पूर्णिया बंद और चक्का जाम का मिला-जुला असर रहा. मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर चक्का जाम कर यातायात बाधित की.
चक्का जाम के बाद भी इस दौरान बाजार खुले रहे. चक्का जाम के कारण घंटों जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा जबकि एनएच पर सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे. शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली ऑटो सेवा भी इस दौरान बाधित रही. राजद के पूर्व विधायक दिलीप यादव एवं राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता व जिला पार्षद रईसुल आजम इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे.
अपनी पूर्व घोषणा के आलोक में राजद के नेता और कार्यकर्ता जिला मुख्यालय में जुट गये और टीम बना कर अलग-अलग मोर्चा सम्हाल लिया. आरएनसाव चौक और गिरिजा चौक को केन्द्रविन्दु बनाया गया और फिर अलग-अलग निकली राजद नेताओं व कार्यकर्ताओं की टीम ने पूरब में गुलाबबाग जीरोमाइल एवं पश्चिम में मरंगा चौक को जाम कर दिया. इस दौरान कार्यकर्ताओं की टीम अलग-अलग चौराहों पर जम गई और क्रमवार रुप से शहर के गिरजा चौक, फोर्ड कंपनी चौक, आर एन साव चौक व मधुबनी बाजार में न केवल दुकानें बंद करायी बल्कि सड़क यातायात भी बाधित कर दिया. बाद में राजद के तमाम कार्यकर्ता पूर्व विधायक श्री यादव एवं जिला पार्षद रईसुल आजम के नेतृत्व में जुलूस की शक्ल में पूरे शहर और बाजार का भ्रमण किया और मांगों के समर्थन में नारे लगाए.
इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से एहतियाती तौर पर विधि व्यवस्था सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की थी. सभी चौक-चौराहों पर पुलिस बल तैनात किए गये थे जबकि जुलूस और प्रदर्शन के दौरान भी पुलिस के जवान सक्रिय रहे. इस दौरान प्रदर्शनकारी राजद कार्यकर्ताओं ने दवा की दुकान, क्लीनिक, अस्पताल और मरीजों की गाड़ियों को डिस्टर्व नहीं किया जबकि स्कूल जाने-आने वाली गाड़ियों को खुद भीड़ के बीच से रास्ता भी दिया.
राजद के पूर्व विधायक दिलीप कुमार यादव एवं जिला पार्षद श्री आजम ने इस बंद और चक्का जाम को पूरी तरह सफल बताया और कहा कि उनकी मांगों पर अमल नहीं हुआ तो आंदोलन को व्यापक रुप भी दिया जा सकता है. राजद नेताओं ने बंद में सहयोग के लिए दुकानदारों, कारोबारियों तथा वाहन मालिकों के प्रति आभार भी व्यक्त किया.
Published By: Thakur Shaktilochan