झारखंड : जान जोखिम में डालकर एक टैक्टर पर परीक्षा देने गये 52 परीक्षार्थी, प्रशासन गंभीर
नेतरहाट की तर्ज पर पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर स्थित चैनपुर में खुले कोल्हान आवासीय विद्यालय की बदहाल व्यवस्था सामने आयी है. इस स्कूल के 52 परीक्षार्थियों को एक ट्रैक्टर पर जान जोखिम में डाल कर परीक्षा दिलाने ले जाया गया. मामला सामने आते ही बीईईओ ने जांच करने की बात कही.
JAC 10th-12th Exam: पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चक्रधरपुर के चैनपुर से सोमवार को आयी एक तस्वीर कोल्हान आवासीय विद्यालय की बदहाल व्यवस्था बताने के लिए काफी है. यहां 52 परीक्षार्थियों को मैट्रिक की परीक्षा दिलाने के लिए एक ही ट्रैक्टर पर ठूंसकर चार किमी दूर परीक्षा केंद्र शारदा हाइस्कूल (बोड़दा) ले जाया गया. स्कूल की ओर से इन बच्चों के आवागमन के लिए बस या अन्य सवारी वाहन की व्यवस्था नहीं की गयी थी. मालूम हो कि नेतरहाट की तर्ज पर राज्य सरकार ने कोल्हान आवासीय विद्यालय की स्थापना की है.
अनहोनी की आशंका से डरे हुए थे सभी परीक्षार्थी
परीक्षार्थियों की परीक्षा सुबह 10 बजे से पहली पाली में थी. सभी बच्चों को चार किमी दूर शारदा हाइस्कूल बोड़दा जाना था. लिहाजा स्कूल प्रबंधन की ओर से परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने के लिए सवारी गाड़ी की व्यवस्था नहीं की गयी थी. बाद में एक ट्रैक्टर की व्यवस्था करा दी गयी. ट्रैक्टर पर 52 बच्चे सवार हो गये. ट्रैक्टर पर सवार बच्चे काफी डरे हुए थे. उन्हें डर था कि कहीं कुछ अनहोनी न हो जाये. ट्रैक्टर पर सभी बच्चों को ठूंस-ठूंसकर भर दिया गया था. यहां तक कि ट्रैक्टर के आगे भी बच्चों को बैठाया गया था.
संबंधित पदाधिकारी पर होगी कार्रवाई : बीईईओ
इस संबंध में चक्रधरपुर बीईईओ अविनाश राम ने कहा कि इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. परीक्षार्थियों को सवारी गाड़ी में परीक्षा केंद्र ले जाना चाहिए था. जांच कर संबंधित पदाधिकारी पर कार्रवाई की जायेगी.
स्कूल में फंड की नहीं है व्यवस्था : वार्डन
वहीं, वार्डन अमूल्य चंद्र प्रधान का कहना है कि आरडीडीइ कार्यालय को पत्र लिखा था, पर बस की व्यवस्था नहीं हुई. इसके बाद ट्रैक्टर से परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया गया. विद्यालय में फंड की व्यवस्था नहीं है.