Agra: आगरा के अंतरराष्ट्रीय बस अड्डे पर असुविधाओं का अंबार लगा हुआ है. गर्मी शुरू हो गई है लेकिन यात्रियों को पीने के पानी के लिए पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ रात दिन बस चलाने वाले चालक-परिचालकों के विश्राम गृह का भी बुरा हाल है. विश्राम गृह में जिन तख्त पर चालक-परिचालक आराम करते हैं. वह जर्जर स्थिति में हैं और अधिकतर टूटे हुए हैं.
आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर में स्थित अंतरराष्ट्रीय बस अड्डे पर यात्रियों को पानी की सुविधा भी सही से नहीं मिल पा रहा. पानी पीने के लिए यात्रियों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है. बस अड्डे पर पानी के लिए लगे हुए निशुल्क आरो बंद पड़े हैं. यात्रियों का कहना है कि गर्मी में पानी की सबसे ज्यादा किल्लत होती है. ऐसे में परिवहन विभाग द्वारा लगाए गई वॉटर मशीन खराब पड़ी हुई है.
बस स्टैंड पर असुविधाओं का यह अकेला एक मामला नहीं है. रात दिन बसों को चलाने वाले चालक-परिचालकों के विश्राम गृह की भी ऐसी ही कुछ हालत है. विश्राम गृह में करीब 4 से 5 तख्त पड़े हुए हैं. जिनमें कुछ की हालत ज्यादा जर्जर है और वहीं अत्यधिक तख्त टूटे पड़े हुए हैं. उत्तराखंड के एक चालक ने बताया कि कुछ दिन पहले एक ड्राइवर जर्जर तख्त पर सोया था इसी दौरान वह टूट गया और उस ड्राइवर के सिर में चोट लग गई. हालांकि चोट ज्यादा गंभीर नहीं थी वरना स्थिति भयावह हो सकती थी.
उन्होंने बताया कि दिन और रात में वाहन चलाने के बावजूद आराम करने का थोड़ा सा समय मिलता है. ऐसे में विश्राम गृह में व्याप्त इन असुविधाओं की वजह से हम लोग सही से आराम भी नहीं कर पाते. और इसी वजह से हमारी नींद भी पूरी नहीं होती. जिससे हमें गाड़ी चलाने में काफी परेशानी होती है. आगरा परिवहन विभाग के आरएम बी पी अग्रवाल का कहना है कि पानी की समस्या को जल्द ही सही कराया जाएगा. और विश्राम गृह में जो अव्यवस्था है उन्हें दूर कर दिया जाएगा.