Loading election data...

झारखंड: सड़क हादसे में युवक की मौत से आक्रोश, सड़क जाम, पुलिस वाहन पर पथराव में एक सिपाही घायल

लोग इतने आक्रोशित थे कि जाम हटाने पहुंची पुलिस पर भी पथराव कर दिया. इसमें बासल थाना के सिपाही सियाराम महतो घायल हो गए हैं. उनका इलाज पतरातू प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. पथराव में कई और पुलिसकर्मियों को भी चोट लगने की सूचना है. काफी देर तक सड़क जाम लगी रही.

By Guru Swarup Mishra | December 2, 2023 10:01 PM

पतरातू(रामगढ़): पतरातू-रांची मार्ग पर पतरातू पीवीयूएनएल टाउनशिप के समीप शनिवार की शाम कोयला लदे एलपी ट्रक ने बाइक सवार युवक भवानी महतो (35 वर्ष) को अपनी चपेट में ले लिया और भाग निकला. सड़क हादसे में कटिया गांव निवासी स्व भुवनेश्वर महतो के पुत्र भवानी की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शव के साथ सड़क जाम कर दी. इससे सड़क की दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें लग गयीं. लोग इतने आक्रोशित थे कि जाम हटाने पहुंची पुलिस पर भी पथराव कर दिया. इसमें बासल थाना के सिपाही सियाराम महतो घायल हो गए हैं. उनका इलाज पतरातू प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. पथराव में कई और पुलिसकर्मियों को भी चोट लगने की सूचना है. काफी देर तक सड़क जाम लगी रही. इस दौरान सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर मौजूद थे.

घटनास्थल से पुलिस को हटना पड़ा

पुलिस के प्रति ग्रामीणों का गुस्सा इतना अधिक था कि पुलिस की गाड़ी समझकर दूसरे वाहन में भी तोड़फोड़ कर दी. ग्रामीणों के उग्र रूप को देखते हुए मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल से हटना पड़ा. एसडीपीओ वीरेंद्र चौधरी, बीडीओ मनोज गुप्ता, सीओ शिवशंकर पांडेय घटनास्थल से कुछ दूर पर कैंप किए हुए थे.

Also Read: झारखंड: बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर साधा निशाना, लॉ एंड ऑर्डर, ईडी व मिशन 2024 को लेकर कही ये बात

सड़क जाम से वाहनों की लंबी कतार

दरअसल, यह घटना शाम करीब 4.30 बजे के आसपास हुई थी. पांच बजे के करीब ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी थी. सूचना पर तत्काल पतरातू पुलिस पहुंची. सड़क जाम हटाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने. शाम करीब सात बजे तक सड़क जाम दोनों तरफ मिलाकर करीब तीन-चार किलोमीटर लंबा हो गया. इसके बाद एसडीपीओ, बीडीओ, सीओ व पतरातू सर्किल के कई थानों की पुलिस पूरे लाव-लश्कर के साथ घटनास्थल पर पहुंची. जाम हटाने का प्रयास किया. इस पर बात बढ़ गयी और ग्रामीण उग्र हो गये. इधर, भवानी के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घटनास्थल पर सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे.

Also Read: झारखंड: 1932 के खतियान आधारित स्थानीयता नीति विधेयक विधानसभा को वापस, मंत्री चंपई सोरेन ने BJP पर साधा निशाना

Next Article

Exit mobile version