Jharkhand news: कोडरमा जिला अंतर्गत चंदवारा थाना क्षेत्र के रांची-पटना मुख्य मार्ग स्थित उरवां चौक के पास सड़क हादसे में दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि पति-पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गये. सड़क दुर्घटना के विरोध में आक्रोशित लोगों ने रांची-पटना मुख्य मार्ग को घंटों जाम रखा. बुधवार रात करीब डेढ़ बजे तक सड़क जाम रहा. जाम के कारण वाहनों की लंबी लाइन लग गयी. रांची-पटना मुख्य मार्ग के जाम रहने की जानकारी मिलते ही पदाधिकारियों ने किसी तरह लोगों को समझा-बुझा को जाम हटाया.
इधर, इस घटना को लेकर गुरुवार को भी दिनभर माहौल गर्म रहा. मुआवजा और फोरलेन चौड़ीकरण का कार्य कर रही आरकेएस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर लोग अड़े रहे. दोपहर बाद करीब 3 बजे मुआवजा और कंपनी द्वारा नौकरी दिये जाने के आश्वासन पर मामला शांत हुआ. मृतकों की पहचान 7 वर्षीय उमंग कुमार एवं 4 वर्षीय उज्जवल कुमार पिता उमेश पासवान निवासी तिलरा थाना मयूरहंड जिला चतरा के रूप में हुई है. जबकि घायलों में मृतक बच्चों के पिता 30 वर्षीय उमेश पासवान व मां 27 वर्षीय चम्पा देवी शामिल है.
जानकारी के अनुसार, उमेश पासवान अपनी पत्नी एवं दो बच्चों के साथ मोटरसाइकिल (JH 02E 3194) से मयूरहंड से ससुराल तिलैया बस्ती जन्मदिन समारोह में शामिल होने जा रहे थे. उरवां मोड़ के पास करीब एक साल से पुल निर्माणाधीन है. इस वजह से सड़क को दोनों ओर से किसी तरह चालू रखा गया है, जिसमें बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं. इन्हीं गड्ढों की वजह से पहले से ही सड़क पर टेलर (NL 01AA 2665) फंसा हुआ था. चालक बिना पीछे देखे टेलर को बैक कर रहा था और इसी क्रम में बाइक को अपनी चपेट में ले लिया.
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मौके पर ही टायर के नीचे आ जाने से बाइक सवार दोनों बच्चों की मौत हो गई, जबकि पति-पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गये. घटना की सूचना पर तिलैया बस्ती से पहुंचे लोगों ने सड़क जाम कर दिया. इसी बीच सीओ रामरतन वर्णवाल, इंस्पेक्टर अवधेश सिंह, थाना प्रभारी दुष्यंत सिंह, एसआई रंजीत कुमार, विनय कुमार व नीरज कुमार आदि पहुंचे. इन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, पर सड़क निर्माण कर रहे ठेकेदार एवं टेलर मालिक को बुलाने, 20 लाख रुपये मुआवजा देने एवं घायलों के बेहतर इलाज कराने की मांग पर अड़े थे. इस वजह से रात करीब डेढ़ बजे तक रांची-पटना रोड जाम रहा. बाद में किसी तरह लोग शांत हुए, तो पुलिस दोनों शवों को लेकर गयी.
दोनों शवों के पोस्टमार्टम के बाद मुआवजा एवं कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार को लोग अड़े रहे. बच्चों का शव चंदवारा थाना में पड़ा रहा. मयूरहंड से मुखिया इसाक अली, राजेश कुमार, भोला पासवान, मीना देवी, पिंकी देवी, सोनी देवी, कैलाश पासवान सहित सैकड़ों लोग यहां पहुंचे थे.
चंदवारा थाना में बरही विधायक उमाशंकर अकेला, पूर्व विधायक प्रतिनिधि लक्ष्मण यादव एवं पदाधिकारियों की मौजूदगी में समझौता हुआ. तय हुआ कि आरकेएस कंपनी मृतक के परिजन को तीन लाख रुपये बतौर मुआवजा एवं एक परिजन को निजी तौर पर नौकरी देगी. इसके बाद दोपहर तीन बजे दोनों शवों को ले जाया गया. मालूम हो कि बरही से कोडरमा तक हो रहे फोर लेन निर्माण कार्य को लेकर जगह-जगह स्थिति खराब है. कई जगहों पर डायवर्सन है, पर इससे संबंधित संकेत नहीं हैं. निर्माण कंपनी की लापरवाही आये दिन सामने आती है, पर ठोस कार्रवाई नहीं होती.
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Posted By: Samir Ranjan.