मानसून की तीन चार दिनों की बारिश से ही शहर की सड़कों का हाल बेहाल हो गया है. सड़कों पर गड्ढों की वजह से हर कोई परेशान है. गड्ढों में बारिश का पानी जमा हो जाता है. इससे अक्सर दुर्घटना होती रहती है. दोपहिया वाहन अनिंत्रित हो जाते हैं. चालक और उसपर सवार जख्मी हो जाता है. इतना ही नहीं कीचड़ की वजह से पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. वे फिसलकर चोटिल हो जाते हैं. आम नागरिक इस स्थिति से काफी परेशान हैं. जिम्मेदारों से कई बार गुहार लगायी, लेकिन कोई फलाफल नहीं मिला. कहीं मरम्मत होती भी है, तो उसकी गुणवत्ता इतनी खराब होती है कि पुन: सड़क पर गड्ढे पड़ जाते हैं.
मंडल बस्ती, आइएसएम बाइपास
मंडल बस्ती आइएसएम बाइपास की सड़क पर कई जगहों पर बड़े गड्ढे बन चुके हैं. बाइपास को बने हुए अभी कुछ ही साल हुए हैं और सड़क की हालत खराब हो चुकी है. यह शहर की महत्वपूर्ण सड़कों में से एक है. यह सड़क पुलिस लाइन को सीधा रानी बांध तालब धैया से जोड़ती है. बारिश में इस सड़क पर पानी भर जाता है. पता ही नहीं चलता है गड्ढा कहां है. इस वजह से कई बार दुर्घटना होती है.
हरि नारायण कॉलोनी की सड़कों में जगह-जगह गड्ढे बन चुके हैं. कीचड़ और फिसलन से सड़क पर चलना मुश्किल हो चुका है. नतीजतन, इन रास्तों से जानेवाले लोगों और स्कूली बच्चों को पैदल चलने में भी काफी परेशानी हो रही है. बरसात का सीजन होने के कारण दुर्घटना की संभावना बढ़ गयी है. सड़क के बगल से गुजरने वाली नाली का पानी बरसात में सड़क पर आ जाता है. इससे और परेशानी बढ़ जाती है.
सरायढेला की डॉक्टर्स कॉलोनी की सड़क का हाल भी बहुत दयनीय है. लंबे समय से सड़क का निर्माण नहीं होने के कारण यहां के लोगों को बरसात के मौसम में कठिनाई का सामना करना पड़ता है. सड़कों के गड्ढों में पानी भर जाने के कारण विशेष रूप से दो पहिया वाहनों के अनियंत्रित होने का खतरा बना रहता है. इस मार्ग का उपयोग ज्यादातर लोग मुख्य मार्ग की जाम से बचकर जल्दी सरायढेला पहुंचने के लिए करते हैं.
जगजीवन नगर की सड़क का हाल भी खस्ता है. यह सड़क पुलिस लाइन से सरायढेला को जोड़ती हैं. यह सड़क सेंट्रल हॉस्पिटल तक भी जाती है. इन इलाको में रह रहे लोगो को सड़क पर जलजमाव से काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है. यहां के लोग बताते हैं कि सड़क काफी समय से खराब है. इसकी मरम्मत के लिए कई बार गुहार लगायी गयी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
पंडित क्लिनिक रोड निवासी भानु चंद्र बरनवाल बताते हैं कि यहां की सड़क पिछले आठ वर्ष से इसी स्थिति में हैं. सड़क पर गड्ढों की वजह से लोगो को आवागमन में काफी परेशानी होती है. मोहल्ले के पार्षद से शिकायत करने के बावजूद, इसपर कोई काम नहीं हुआ. इस वजह से स्थानीय लोगों में आक्रोश भी है.
एक तो सड़क की खराब डिजाइन ऊपर से लागत कम रखने के लिए ठेकेदार खराब गुणवत्ता की सामग्री इस्तेमाल करता है. ऐसे में सड़क कमजोर बनती है. इसपर लगातार वाहन चलने से दरारें आती हैं, जो बाद गड्ढों में तब्दील हो जाती है. सड़कों पर गड्ढों का एक और अहम कारण सड़क की मरम्मत सही तरीके से न होना भी है. इस वजह से मरम्मत के कुछ समय बाद पुन: गड्ढे बन जाते हैं.