Jharkhand News: पश्चिमी सिंहभूम के कंसारा से जोनको गांव तक जानेवाली सड़क अधूरी, ढाई करोड़ की हुई निकासी

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत बंदगांव प्रखंड के कंसारा से जोनको गांव तक जानेवाली सड़क अधूरी है. सड़क पर बिछे अलकतरे उखड़ने लगे हैं. गढ़वाल भी अधूरा पड़ा हुआ है. इसके बावजूद विभाग से ढाई करोड़ रुपये की निकासी हो चुकी है.

By Samir Ranjan | October 7, 2022 6:54 AM
an image

Jharkhand News: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana) के तहत पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत बंदगांव प्रखंड के कंसारा से जोनको गांव तक जानेवाली 5.2 किलोमीटर सड़क आज भी अधूरी है. इस सड़क का निर्माण 3 करोड़ 89 लाख रुपये से वर्ष 2020-21 में विजय कुमार साहू इंटरप्राइजेज द्वारा शुरू किया गया, लेकिन कार्यअवधि 10 माह बाद भी ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण कार्य को पूर्ण नहीं किया गया है, जिससे आवाजाही करने वाले ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

पीसीसी सड़क से उखड़ने लगा सीमेंट

इतना ही नहीं, ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा बनाए गए पीसीसी सड़क से सीमेंट उखड़ने लगा है जिससे सड़क में गिट्टी साफ दिखाई दे रहा है. जगह- जगह कालीकरण भी उखड़ गए हैं. गढ़वाल भी अधूरा पड़ा हुआ है. कार्य अधूरा होने के बावजूद भी विभाग से 2 करोड़ 56 लाख रुपये की निकासी हो चुकी है.

ठेकेदार दोबारा पीसीसी सड़क का करेगा निर्माण

इस संबंध में ग्रामीण कार्य विभाग कार्य अवर प्रमंडल चक्रधरपुर के सहायक अभियंता विशाल खलखो ने बताया कि कार्य अधूरा है और दो करोड़ 56 लाख रुपये की निकासी हो चुकी है. उन्होंने बताया कि पीसीसी सड़क का निर्माण दोबारा ठेकेदार द्वारा किया जाएगा. वहीं, कालीकरण सड़क के मेंटेनेंस विभाग पांच साल तक करेगी. जितने भी गढ़वाल अधूरी है सभी को जल्द बनाया जाता है.

Also Read: जमशेदपुर में चिकित्सक दंपती ने पेश की मिसाल, सरकारी अस्पताल में डॉक्टर पत्नी का हुआ सफल ऑपरेशन

ग्रामीण पहले ही जता चुके हैं विरोध

वहीं, इस मामले में ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए कहा कि शुरू से ही इस सड़क निर्माण की क्वालिटी खराब रही है. कई बार संबंधित अधिकारियों को बताया गया, इसके बावजूद इस समस्या के समाधान की ओर ध्यान नहीं दिया गया. यही कारण है कि धीरे-धीरे सड़क पर लगा अलकतरा उखड़ने लगा है. अधूरी सड़क निर्माण के कारण ग्रामीणों को आवागमन में काफी परेशानी उठानी पड़ती है.

Exit mobile version