आगरा : हाईवे पर बसों की अवैध पार्किंग बनी एक्सीडेंट स्पॉट, प्रशासन बना असहाय
शनिवार को गुरुद्वारा गुरु के ताल पर सड़क हादसे में 6 लोगों की मौत के बाद भी हाईवे पर ऐसे तमाम ब्लैक कट और प्वाइंट हैं जो बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं. रोडवेज बसें कट पर खड़े होकर सवारियां भर रही हैं.
आगरा. आगरा में शनिवार को गुरुद्वारा गुरु के ताल पर हुए सड़क हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई. इस हादसा के बाद भी हाईवे रोडवेज बसें कट पर खड़े होकर सवारियां भर रही हैं. सवारी के लिए बस रोड के बीचों बीच आ जाती है. सवारियां भी फिर सड़क पार करते हुए दिखाई देती हैं. कभी भी इनके साथ कोई बड़ा हादसा हो सकता है.वाटर वर्क्स चौराहे की तरफ से जब आप रामबाग फ्लाई ओवर की तरफ जाएंगे. तो फ्लाई ओवर शुरू होते ही करीब आपको 4 से 5 रोडवेज बस सड़क किनारे खड़ी मिल जाएगी. यह रोडवेज बसें सवारियां भरने का काम करती है. और ऐसे में यहां पर सवारियों का काफी हुजूम लगा रहता है. वहीं बस की वजह से पीछे से आने वाले वाहनों को रास्ता नहीं मिलता और यहां रोजाना जाम के हालात बने रहते हैं.
Also Read: मंडलायुक्त – डीएम पहुंचे औद्योगिक क्षेत्र, सड़क से लेकर अतिक्रमण तक की समस्या सामने मिली, शिकायतें मिलीं
रोडवेज का अभियान भी विफल रहा
रोडवेज विभाग द्वारा सड़क पर बस रोक कर सवारियां भरने पर लगाम लगाई गई थी. लेकिन रोडवेज विभाग के अधिकारियों के निर्देशों के बावजूद सरकारी बसों द्वारा रामबाग फ्लाई ओवर और वॉटर वर्क्स फ्लाई ओवर के पास बस रोक कर या तो सवारियां बैठाई जा रही है और या फिर उन्हें उतारा जा रहा है. ऐसे में सरकारी बसें जब रामबाग फ्लाई ओवर पर खड़ी होती है तो पीछे से आने वाले वाहनों का रास्ता रुक जाता है. और काफी देर तक जवाहर पुल पर जाम की स्थिति बन जाती है.
कार्रवाई के निर्देश फिर भी पुलिस नहीं लेती एक्शन
वहीं इन बसों में बैठने के लिए काफी संख्या में सवारियां रामबाग फ्लाई ओवर और वाटर वर्क्स फ्लाई ओवर के पास पहुंचती हैं. ऐसे में सड़क से निकलने वाले वाहनों से कई सवारियां चोटिल भी हो चुकी हैं. जबकि कई सवारी हाईवे को पार करते हुए भी नजर आती हैं. ऐसे में कभी भी किसी बड़ी वाहन दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. एसीपी ट्रैफिक अरीब अहमद का कहना है कि रामबाग और वाटर वर्क्स फ्लाईओवर पर बस के लिए कोई भी पार्किंग नहीं है. अगर बसों को रोक कर रास्ते को अवरुद्ध किया जा रहा है तो संबंधित पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया गया है. कड़ी कार्रवाई की जाएगी.