बरेली : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) के बरेली डिपो में लाखों रुपए की डीजल चोरी का खेल पकड़ा गया है. डीजल की आपूर्ति 2 महीने पहले इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) से शुरू हुई थी. इसी बीच लाखों की डीजल चोरी पकड़ी गई. टैंकर में बाईपास टैंक लगाकर डीजल चोरी की जा रही थी. रोडवेज के अधिकारियों की सूचना पर आईओसी की टीम तुरंत पहुंची. टीम ने जांच की. इसके बाद बरेली डिपो के फोरमैन और डीजल पंप प्रभारी से पूछताछ की. इस मामले में जांच जारी है.
बरेली रोडवेज के बरेली डिपो में डीजल की आपूर्ति आईओसी के आंवला डिपो से होती है. आंवला डिपो से बालाजी ट्रांसपोर्ट कंपनी का डीजल टैंकर यूपी 37 टी 0486 लेकर आता है. इसकी क्षमता 20 हजार लीटर की है. यह टैंकर आंवला डिपो से रोडवेज के बरेली डिपो के डीजल पंप को रवाना हुआ था. डीजल टैंकर को पंप पर अनलोड किया जा रहा था. उस वक्त डीजल पंप प्रभारी अजीम बख्शी और डिपो के फोरमैन राकेश भी मौजूद थे.
टैंकर से आधा डीजल उतरा था. इसी दौरान टैंकर में लगे बाईपास टैंक से डीजल का रिसाव होने लगा. यह देख सभी चौंक गए. उसको करीब से देखा, तो टैंकर से एक पाइप बाईपास टैंक में आया था. टैंक खुला होने से रिसाव शुरू हुआ था. जहां डीजल का रिसाव हो था. वहां ड्रम रखा था. उसमें 150 लीटर से अधिक डीजल एकत्र हो चुका था. इन लोगों ने अफसरों को जानकारी दी. इससे पहले ही टैंकर चालक गायब हो गया. इससे पहले भी बरेली डिपो में तेल चोरी का खेल पकड़ा जा चुका है.
लाखों रुपए के डीजल चोरी की आशंका के चलते डिपो के कर्मचारियों ने अधिकारियों को बताया. उन्होंने आईओसी के अफसरों को जानकारी दी. जिसके चलते आईओसी के अधिकारी ऋषभ कुमार और सुशांत सिंह बरेली पहुंच गए. उन्होंने टैंकर की जांच पड़ताल के बाद फोरमैन और डीजल पंप प्रभारी से पूछताछ की. हालांकि यह जानकारी की जा रही है कि इस टैंकर से बरेली डिपो के डीजल पंप पर कितनी बार डीजल आया है. डीजल चोरी लाखों में होने की उम्मीद जताई जा रही है.
डीजल चोरी का खेल पकड़ने के बाद बरेली डिपो के एआरएम संजय श्रीवास्तव ने आईओसी को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है. इसके साथ ही बारादरी थाने में एफआईआर के लिए बुधवार सुबह तहरीर दी गई है. उनका कहना था कि आईओसी के आंवला डिपो से आने वाले डीजल टैंकर में ही बाईपास टैंक, और पाइप लगा था. इस पाइप के माध्यम से डीजल चोरी का खेल चल रहा था. डीजल टैंकर से कितनी बार चोरी हुई है. इसकी भी जांच कर आकलन करने की बात कही.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद, बरेली