पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए झारखंड के 5 प्रमुख क्षेत्रों में बनेगा रोप-वे, केंद्र को भेजा प्रस्ताव

राज्य की पांच प्रमुख पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रोप-वे का निर्माण कराया जायेगा. भारत सरकार के नेशनल रोप-वे प्रोग्राम पर्वतमाला के तहत पांचों प्रोजेक्ट शामिल किये जायेंगे. झारखंड के पथ निर्माण विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार को भेज दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 13, 2022 2:16 PM

Jharkhand Tourism: बोकारो के लुगू बुरू घांटाबाड़ी और धनबाद के मैथन समेत राज्य की पांच प्रमुख पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रोप-वे (Rope-way) का निर्माण कराया जायेगा. भारत सरकार के नेशनल रोप-वे प्रोग्राम पर्वतमाला के तहत पांचों प्रोजेक्ट शामिल किये जायेंगे. राज्य की भौगोलिक संरचना, सुदूरवर्ती पहाड़ी क्षेत्रों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. झारखंड के पथ निर्माण विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार को भेज दिया है. वहां से स्वीकृति मिलने के बाद इसके निर्माण की दिशा में आगे की कार्यवाही की जायेगी. झारखंड में पहले चरण में धनबाद के मैथन, बोकारो के लुगू बुरू घांटाबाड़ी, नेतरहाट, सारंडा (नोवामुंडी) और दलमा पहाड़ी क्षेत्र को शामिल किया जा रहा है.

Also Read: राष्ट्रपति दौरे को लेकर 14 और 15 नवंबर को सामान्य यातायात पर पाबंदी, जानें कैसी रहेगी यातायात व्यवस्था

नेतरहाट को क्वीन ऑफ छोटानागपुर लिखते हुए करीब चार किमी लंबा रोप-वे बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है. वहीं पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी के सारंडा में करीब पांच किमी लंबा रोप-वे निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. विभाग ने अपने प्रस्ताव में लिखा है कि यह एशिया का सबसे बड़ा साल फॉरेस्ट है. वहीं जमशेदपुर के पास दलमा में भी पांच किमी लंबा रोप-वे का प्रस्ताव तैयार करके भेजा गया है. दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी (Dalma Wildlife Sanctuary) है.

Also Read: Jharkhand Foundation Day: मोरहाबादी मैदान में स्थापना दिवस का मुख्य समारोह, नयी योजनाओं की मिलेगी सौगात

मैथन को बताया स्पून आइलैंड

पथ निर्माण विभाग ने जो प्रस्ताव भेजा है, उसमें मैथन में करीब डेढ़ किमी लंबा रोप-वे बनाना है. इसे स्पून आइलैंड बताते हुए प्रस्ताव भेजा गया है. बोकारो जिले में लुगू बुरू घांटाबाड़ी में चार किमी लंबा रोप-वे बनेगा. यह गोमिया प्रखंड के लुगू हिल में बनेगा. यहां कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बड़ी संख्या में संताली ट्राइबल धार्मिक प्रयोजन के लिए जमा होते हैं.

Next Article

Exit mobile version