Kanpur News: नौ महीने बाद वतन लौटा रोशन अरोड़ा, मर्चेंट नेवी के जहाज को नाइजीरियन नेवी ने किया मुक्त
कानपुर के मर्चेंट नेवी में तैनात रोशन अरोड़ा 9 महीने के बाद अपने वतन वापस लौटे है. 12 अगस्त को रोशन अपनी कम्पनी का शिप लेकर नाइजीरिया गया था. वहां नाइजीरिया ने उन्हें चोरी का आरोप लगाते हुए शिप को अपने कब्जे में लिया था.
Kanpur : गोविंदनगर लेबर कॉलोनी में रहने वाले मर्चेंट नेवी में तैनात रोशन अरोड़ा 9 महीने के बाद अपने वतन वापस लौटे है. 12 अगस्त को रोशन अपनी कम्पनी का शिप लेकर नाइजीरिया गया था. वहां नाइजीरिया ने उन्हें चोरी का आरोप लगाते हुए शिप को हाईजेक (अपने कब्जे में) कर लिया था. तब से भारतीय सेना के जहाज में शामिल 26 क्रू मेंबर नाइजीरिया की हिरासत में थे.
वहीं कंपनी की ओर से परिजनों को जानकारी दी गई कि नाइजीरिया की नेवी में सभी क्रू मेंबर को छोड़ दिया है. इसके बाद से परिजनों में खुशी की लहर है. शनिवार को रोशन नाइजीरिया से छूट कर वाया दिल्ली होते कानपुर अपने आवास पहुंचा. रोशन के घर पहुचते ही विधायकों और क्षेत्रीय जनता ने उसका स्वागत किया.
तीन महीने रहे गिनी के कब्जे में
रोशन अरोड़ा ने बताया कि 12 अगस्त को OSM शिप मैनेजमेंट कंपनी का एक शिप लेकर 26 क्रू मेंबर नाइजीरिया के बोनीपोर्ट गए थे. वहां पर नाइजीरिया नेवी ने यह कहकर शिप को वहां पर रोक लिया कि आप लोग यहां पर तेल चोरी करने के लिए आए हो, जबकि हम सभी क्रू मेंबर वहां पर तेल लेने गए थे. मगर, तेल ना मिलने के कारण वेटिंग में खड़े हो गए थे.
वहीं आगे रोशन ने बताया कि शिप जब नाइजीरिया नेवी ने पकड़ा तो उन्होंने पहले तो वहां से जाने की इजाजत दे दी, मगर आगे बढ़ते ही गिनी देश के लोगों ने फिर से पकड़ लिया और उन्होंने पूरे 3 महीने तक वहां पर बंधक बनाकर रखा. गिनी देश के लोगों का आरोप था कि इंडिया मर्चेंट नेवी ने हमारे देश के नियमों को फॉलो नहीं किया है.
इस पर गिनी देश ने भारी-भरकम जुर्माना लगाया. जब OSM शिप कंपनी ने सारा भुगतान गिनी देश को कर दिया तो गिनी ने फिर से नाइजीरिया देश के हवाले शिप को कर दिया था. इसके बाद नवंबर 2022 से मई 2023 तक कंपनी का शिप नाइजीरिया के कब्जे में रहा. OSM कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक शिप को 2 जून को रिलीज कर दिया गया है. 10 से 12 दिन के अंदर सभी क्रू मेंबर अपने घर पहुंच जाएंगे.
26 लोग थे शिप में शामिल
रोशन ने जब नाइजीरिया नेवी को कैद में था तब उसने एक वीडियो बनाकर परिजनों को भेजा था. उसने परिवार वालों को बताया था कि शिप के अंदर 16 भारतीय के अलावा 8 श्रीलंका के, एक पोलैंड का और एक फिलिपिंस का नागरिक शामिल था.
बेटे को देखकर झलक पड़े मां के खुशी के आंसू
रोशन के घर पहुचते ही परिजनों में भी खुशी का माहौल था. बेटे और भाई को देखकर मां सीमा और बहन कोमल के खुशी के आंसू झलक पड़े. उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि काफी दिनों से बेटे से बातचीत नहीं हुई थी. मन बहुत उदास रहता था, मगर जब से यह पता चला है कि सभी को रिलीज कर दिया गया है. तब से खुश है और अब बेटा घर आ गया.
वही पिता मनोज अरोड़ा ने मोदी सरकार और शहर के जनप्रतिनिधियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इन सभी के सहयोग से आज बेटा वतन और घर वापस लौटा है. मैंने सभी को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई थी. इन सभी ने मेरी मदद की और बेटा वापस आ गया.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी