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RRB NTPC Exam Result Case: बिहार के बाद अब BHU में छात्रों ने किया प्रदर्शन, सरकार से की ये मांग

RRB NTPC Exam Result Case: रेलवे भर्ती बोर्ड की एनटीपीसी परीक्षा में धांधली को लेकर बिहार के बाद अब वाराणसी के बीएचयू में छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है. उन्होंने बिहार सरकार से मुआवजा देकर उनसे माफी मांगने की बात कही.

By Prabhat Khabar News Desk | January 26, 2022 5:11 PM

Varanasi News: RRB-NTPC में हुई धांधली को लेकर बिहार में प्रदर्शनरत युवाओं पर पुलिसिया दमन के विरोध में बीएचयू के मुख्यद्वार पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. आंदोलनरत छात्रों ने कहा कि बिहार सरकार को छात्रों से माफी मांगते हुए मुआवजे देना चाहिए और उनके उचित मांगों को तत्काल मान लेना चाहिए.

बिहार और प्रयागराज में पुलिस की ओर से छात्रों पर किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ आज वाराणासी बीएचयू के लंका गेट पर युवा छात्रों ने पुलिस और सरकार के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. उन्होंने सरकार से की जा रही अपनी मांगों में रोजगार देने, नई भर्तियां निकालने और एनटीपीसी परीक्षा को पुनः कराकर रिक्त पदों की भर्ती की बात कही. इसके साथ ही पुलिसिया दमन के शिकार हुए छात्रों को मुआवजा देकर उनसे माफी मांगने की भी बात कही.

बीएचयू एमए के छात्र रंजन ने बताया कि एनटीपीसी परीक्षा को दो चरण में कर दिया गया है, जो कि गलत है. इसमे जो रिजल्ट को लेकर धांधली हुई है, इसके विरोध में ही पूरे भारत में युवा छात्रों ने रेल, चक्का, सड़क जाम कर पुलिस गुंडई का भरपूर विरोध दर्ज करा रहे हैं. यदि पुलिस को लगता है कि वो हमारे विरोध प्रदर्शन को लाठियां बरसाकर रोक लेगी, तो हम उनके ये बता देना चाहते हैं कि हम नही रुकेंगे. इसी के लिए आज हम BHU के सिंहद्वार पर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं.

बीएचयू के रिसर्च स्कॉलर अतुल कुमार दुबे बताते कि यहां हम युवाओं की मांग यह है कि युवाओं का प्रमुख उदेश्य रोजगार पाना होता है और जब इसी मुद्दे को लेकर छात्रों ने प्रयागराज और पटना में पुलिसिया दमन और सरकार दमन के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया तो पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दी, जो कि गलत है. हम यही मांग रख रहे हैं कि हमको रोजगार दिया जाए. बिना रोजगार के हम खाएंगे क्या जिएंगे क्या, यहां हम अपना घर छोड़कर रोजगार पाने के लिए ही पढ़ाई कर रहे हैं. जब रोजगार नहीं मिलेगा तो उसे पाने के लिए जब हम सड़क पर उतर रहे हैं. हमे पुलिस की ओर से दबाया जा रहा है. हमारी बात को यहां नहीं सुना जा रहा है. सेना, अध्यापक, पुलिस की भर्तियां नही आ रही है और उम्र निकल जा रही है. हमारी यही मांग है कि भर्तियां निकले, भ्र्ष्टाचार बन्द हो योग्यता के आधार पर नियुक्ति मिले. ताकि हमे विरोध प्रदर्शन न करना पड़े.

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र लोकेश ने भी अपनी पीड़ा रखते हुए कहा कि जिस प्रकार से यूपी सरकार ने प्रयागराज और बिहार सरकार ने पटना में छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज किया है. वे छात्र रोजगार की मांग कर रहे थे और उन्हें पुलिस ने पीटा इसे हम नहीं बर्दाश्त करेंगे. हमलोग छात्रों के समर्थन में मार्च निकालेंगे. हम मांग करते हैं कि एनटीपीसी परीक्षा को रद्द कराकर पारदर्शिता के साथ दूसरी भर्तियां की जाए, रिक्त पदों को भरा जाए और छात्रों के साथ जो पुलिस द्वारा मारपीट हुई है. उनसे माफी मांगकर उन्हें मुआवजा दिया जाए. यूपी सरकार के बनारस कमिश्नेट द्वारा भी हमलोगों का दमन किया जा रहा है. हमे रैली नहीं निकालने दी जा रही हैं. हमसे जोरजबरदस्ती की जा रही है हम इसका भी विरोध करते हैं.

रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी

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