कोलकाता/नयी दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) बंगाल में चुनाव के बाद हो रही हिंसा पर चर्चा कर सकता है. संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को संघ के शीर्ष पदाधिकारियों की बैठक शुरू हुई. इसमें कोविड की एक और लहर के लिए तैयारी, पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा और देश की वर्तमान स्थिति जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की बात कही जा रही है.
यह बैठक इस मायने में अहम है कि यह आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले द्वारा इस सप्ताह के प्रारंभ में राजनीतिक रूप से अहम उत्तर प्रदेश से संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक करने के कुछ दिन बाद हो रही है. समझा जाता है कि होसबले ने इस बैठक में कोरोना के प्रबंधन के बारे में फीडबैक लिया था.
सूत्र ने कहा, ‘भागवतजी, दत्ताजी, सभी पांच सह सरकार्यवाह और सुरेश भैयाजी जोशी दिल्ली में हैं तथा वे सभी देश के सम्मुख मौजूद विभिन्न प्रासंगिक और वर्तमान मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कई दौर की बैठकें करेंगे.’ सूत्र ने बताया कि बैठक में जिन मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होने की संभावना है, उनमें बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के बाद हुई हिंसा भी शामिल है.
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संघ के पदाधिकारी अर्थव्यवस्था समेत कोरोना के संपूर्ण प्रभाव, स्वयंसेवकों द्वारा किये जा रहे कल्याणकारी एवं राहत कार्य, संभावित तीसरी लहर के लिए तैयारी तेज करने जैसे विषय पर भी गहन मंथन करेंगे. सूत्र ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा, देश की राजनीतिक एवं वैचारिक रूप से अहम खासकर उत्तर प्रदेश की वर्तमान स्थिति इस बैठक में अहम रूप से छाये रहने की संभावना है.
उन्होंने कहा कि वैसे तो देश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व के साथ किसी भी बैठक का कार्यक्रम नहीं है, लेकिन उसकी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. संघ के सूत्रों ने इसे शीर्ष पदाधिकारियों की अनौपचारिक बैठक बताया है, जो हर महीने होती है.
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Posted By: Mithilesh Jha