कोलकाता: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, संघ की बंगाल के दार्जीलिंग, कलिम्पोंग पहाड़ियों और निकटवर्ती राज्य सिक्किम में अपनी शाखाएं खोलने की योजना है. संगठन की अब तक वहां उपस्थिति न के बराबर है. कुछ शाखाएं हैं भी तो वे सर्दियों में बंद हो जाती हैं.
संगठन को मजबूत करेगा संघ
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की बैठक में इन इलाकों में संगठन को और मजबूत करने का निर्णय लिया गया है. श्री भागवत 10-14 फरवरी तक उत्तर बंगाल में थे. उन्होंने उत्तर बंगाल के संघ पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी.
नियमित रूप से संचालित होंगी संघ की शाखाएं
फैसला लिया गया है कि उत्तर बंगाल में संघ की शाखाएं और नियमित रूप से संचालित होंगी. उत्तर बंगाल क्षेत्र में संघ की गतिविधियों के मूल्यांकन के दौरान यह बताया गया कि दार्जीलिंग, कलिम्पोंग जिलों और सिक्किम राज्य की पहाड़ियों में बच्चों के लिए उनकी कोई शाखा या स्कूल नहीं है.
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मोहन भागवत बोले- स्थानीय लोगों की भर्ती करें
जब पदाधिकारियों ने बताया कि इस तरह के अभियान को चलाने के लिए मैदानी इलाकों के लोगों के लिए पहाड़ी इलाकों की यात्रा करना मुश्किल है, तो श्री भागवत ने कहा कि उन्हें स्थानीय लोगों की भर्ती शुरू करनी चाहिए. इन क्षेत्रों में गतिविधियों का विस्तार करना चाहिए.
संघ प्रमुख ने तीन क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ की बैठक
उल्लेखनीय है कि आरएसएस ने हाल ही में बंगाल को तीन संगठनात्मक क्षेत्रों में विभाजित किया था और आरएसएस प्रमुख ने तीन क्षेत्रों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी. बंगाल में आरएसएस के संगठन को मजबूत बनाने पर जोर दिया गया है तथा कोरोना महामारी के कारण बंद शाखाओं को जल्द से जल्द खोलने का भी निर्देश दिया गया है.
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कोरोना की वजह से शाखाओं की संख्या घटी
आरएसएस ने बंगाल में शाखाओं की संख्या को दुगना करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसमें गतिरोध पैदा हो गया है, हालांकि सेवा कार्य पर जोर दिया जा रहा है.
Posted By: Mithilesh Jha