Bareilly: भारतीय छात्रों को ताइवान की मंदारिन भाषा सिखाई जाएगी. इसके लिए बरेली में स्थित महात्मा ज्योतिबा फुले (एमजेपी) रुहेलखंड विश्वविद्यालय के सात छात्रों का चयन किया गया है. चयनित छात्रों को ताइवान सरकार की तरफ से 67,400 रुपए की छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप) मिलेगी.
रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में कई अन्य विदेशी भाषाओं को भी सिखाया जाता है. इसके लिए रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में वर्ष 2020 में बहुभाषी अध्ययन केंद्र स्थापित किया गया था. यह केंद्र विदेशी भाषाओं को सिखाने में मदद करता है. इसके साथ ही बहुभाषी अध्ययन केंद्र से भारतीय छात्रों को भारतीय और विदेशी भाषाओं को सिखाया जाता है.
एमजेपी रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय संबंध निदेशालय भी स्थापित किया गया है. इसमें अमेरिका, ताइवान, नेपाल, पोलैंड और इजराइल सहित कई देशों के साथ समझौता हुआ था. अंतरराष्ट्रीय संबंध निदेशालय के समझौते के तहत एमजेपी रुहेलखंड यूनिवर्सिटी कैंपस में स्टूडेंट को मंदारिन भाषा सिखाने को ताइवान से एक मंदारिन शिक्षक फ्रेडा हुवांग को नियुक्त किया गया है.
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एमजेपी रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के सत्र, 2022 में मंदारिन एक वर्षीय सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम को 10 स्टूडेंट ने नामांकन कराया था. मगर, अब इनमें से 7 स्टूडेंट का छात्रवृति के लिए चयन किया गया है.स्टूडेंट के चयन पर यूनिवर्सिटी प्रशासन काफी खुश है. कुलपति और कुलसचिव ने चयनित स्टूडेंट वंश पाल, प्रिया, मनु शर्मा, रिकेंद्र गंगवार, मेधावी वर्मा, दीपक शर्मा और अपूर्व सक्सेना को शुभकामनाएं दी हैं.
ताइवान के डिप्लोमा कोर्स में इंटर यानी 12वीं पास छात्र एडमिशन ले सकते हैं. चाइनीज मंदारिन भाषा को बोलने और समझने वाले छात्रों को देश और विदेश में जॉब के अवसर मिल सकते हैं.
एमजेपी रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में एजुकेशन डिवीजन टीईसीसी (ताइवान इकोनोमिक एण्ड कल्चर सेंटर इन इंडिया) के साथ तीन वर्ष लिए एक एमओयू (करार) किया गया था. इसमें ताइवान से एक अध्यापक रुहेलखंड विश्वविद्यालय में मेंडरीन-चाइनीज भाषा के पाठ्यक्रम को पढ़ाने के लिए भेजा गया था.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली