यूक्रेन पर आक्रमण (Russia Ukraine Crisis) के बाद से रूस को लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है. कई देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिया है. रूस ने द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद यूरोप में जमीन पर सबसे बड़ी लड़ाई छेड़ रखी है, लेकिन उसे अप्रत्याशित कड़े विरोध से जूझना पड़ रहा है. रूस के समर्थन के कारण बेलारूस को भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने भी रूस और बेलारूस पर लगाया प्रतिबंध
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (International Olympic Committe) ने यूक्रेन पर हमला करने के लिये रूस को अलग थलग करने और उसकी निंदा करने के लिये बड़ा कदम उठाते हुए सभी खेल निकायों से रूसी खिलाड़ियों और अधिकारियों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से बाहर करने का आग्रह किया. आईओसी ने कहा कि वैश्विक खेल प्रतियोगिताओं की अखंडता की रक्षा और सभी प्रतिभागियों की सुरक्षा के लिये ऐसा करना आवश्यक है.
फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफाईंग मैच से बाहर हो सकता है रूस
आईओसी के फैसले से विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था फीफा के लिये रूस को 24 मार्च को होने वाली विश्व कप क्वालीफाईंग मैच से बाहर करने का रास्ता खुल गया है. पोलैंड ने पहले ही इस पूर्व निर्धारित मैच में रूस से खेलने से इन्कार कर दिया था. आईओसी की अपील बेलारूस के खिलाड़ियों और अधिकारियों पर भी लागू होती है जो रूस से हमले का समर्थन कर रहा है.
आईओसी ने रूस पर नहीं लगाया पूर्ण प्रतिबंध
आईओसी ने कहा कि उसने भारी मन से यह फैसला किया लेकिन युद्ध के कारण यूक्रेन के खेलों पर पड़ने वाला प्रभाव रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों को होने वाले नुकसान से कहीं अधिक है. आईओसी ने पूर्ण प्रतिबंध नहीं लगाया है. उसने कहा है कि जहां संगठनात्मक या कानूनी कारणों से इतनी जल्दी खिलाड़ियों और अधिकारियों को बाहर करना संभव नहीं है वहां रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों को तटस्थ खिलाड़ियों के रूप में भाग लेना चाहिए तथा वे अपने राष्ट्रीय ध्वज, राष्ट्रगान या प्रतीक चिन्ह का उपयोग नहीं कर सकते हैं. इनमें बीजिंग में होने वाले आगामी शीतकालीन पैरालंपिक खेल भी शामिल हैं.
आईओसी ने व्लादिमीर पुतिन से ओलंपिक आर्डर भी लिया वापस
ओलंपिक समिति ने व्लादिमीर पुतिन को 2011 में दिये गये ओलंपिक आर्डर को भी वापस ले लिया है. उसके बाद अन्य रूसी अधिकारियों को दिया गया यह सम्मान भी वापस ले लिया गया है. यूरोप की कई खेल संस्थाएं पहले ही रूस का विरोध कर चुकी हैं. उन्होंने रूसी टीम की मेजबानी करने या उनके खिलाफ खेलने से इंन्कार कर दिया है. फिनलैंड चाहता है कि रूसी आइस हॉकी टीम को पुरुष विश्व चैंपियनशिप में भाग लेने से रोका जाना चाहिए. फिनलैंड मई में इस प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा. स्विट्जरलैंड के फुटबॉल महासंघ ने कहा कि उनकी महिला टीम जुलाई में यूरोपीय चैंपियनशिप में रूस से नहीं खेलेगी.