PHOTOS: गंगासागर में भव्य सागर आरती, पहली बार त्रिशूल के साथ शामिल हुईं महिलाएं, श्रद्धालुओं ने देखा शिव तांडव
पूर्वी भारत के सबसे बड़े तीर्थ मेला गंगासागर में भव्य सागर आरती का आयोजन किया गया है. पहली बार इस आरती में शिव तांडव नृत्य हुआ. महिलाएं त्रिशूल के साथ इस आरती में शामिल हुईं.
मकर संक्रांति के अवसर पर पश्चिम बंगाल में हर साल गंगासागर मेला लगता है. सागरद्वीप के तट पर लगने वाला यह मेला पूर्वी भारत का सबसे बड़ा तीर्थ मेला है. मकर संक्रांति के दिन लाखों श्रद्धालु यहां सागर में डुबकी लगाते हैं.
हाल के वर्षों में सागरद्वीप में कई तरह के विकास कार्य हुए हैं. कभी बेहद दुर्गम मानी जाने वाली गंगासागर यात्रा हालांकि अभी भी बेहद कठिन है, लेकिन पहले की तुलना में वहां जाना अब काफी आसान हो गया है.
पश्चिम बंगाल सरकार साल में एक बार लगने वाले इस मेला को यादगार बनाने के लिए पिछले कई सालों से कुछ विशेष आयोजन कर रही है. इन्हीं आयोजनों में एक है गंगासागर में आयोजित होने वाला ‘सागर आरती’.
मकर संक्रांति से पहले ही यहां शंकराचार्य पहुंच चुके हैं. सागर तट पर सागर आरती शुरू हो गई है. अलग-अलग जगहों से आए कलाकारों ने शुक्रवार (12 जनवरी) को सागर तट पर सागर आरती की, जिसका दृश्य देखते ही बन रहा था.
Also Read: Indian Railways|गंगासागर मेला के लिए सियालदह से नामखाना तक 72 स्पेशल ट्रेन, सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्तसागर आरती के दौरान कलाकारों ने नृत्य की भी प्रस्तुति दी. सागर तट का यह दृश्य विहंगम था. श्रद्धालु संगीत के साथ झूम रहे थे. सागर आरती के लिए बाकायदा स्टेज बनाया गया है. आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है.
दक्षिण 24 परगना के सागरद्वीप में गंगासागर के तट पर जब शंखध्वनि हुई, तो पूरा आसमान गूंजायमान हो गया. बता दें कि गंगासागर मेला अपनी तरह का इकलौता मेला है, जो हर साल लगता है. मकर संक्रांति के दिन लाखों श्रद्धालु सागर में डुबकी लगाते हैं.
गंगासागर की सागर आरती में पहली बार शिव तांडव नृत्य को भी शामिल किया गया. शिव तांडव नृत्य के समय महिलाएं डमरू बजा रहीं थीं. शिव के रूप में आए कलाकार ने पूरे माहौल को जीवंत बना दिया.
Also Read: गंगासागर मेले के लिए सरकार ने तय किया बस व कैब किराया, सरकार द्वारा जारी किराया तालिका लगायी गयी जगह-जगहगंगासागर तीर्थ क्षेत्र बिजली से जगमगा रहे हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उनकी सरकार गंगासागर मेला पर 250 करोड़ रुपए खर्च कर रही है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार इस मेले के लिए एक पैसा नहीं देती.
ममता बनर्जी ने यह भी कहा है कि उनकी सरकार गंगासागर मेला को लोकप्रिय बनाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहीं हैं. उनकी सरकार गंगा पर पुल बनाने की भी योजना बना रही है, ताकि लोगों का गंगासागर आना-जाना आसान हो जाए.
Also Read: Gangasagar Mela : गंगासागर जाने के लिये आउट्रम घाट पर उमड़ने लगी है श्रद्धालुओं की भीड़पश्चिम बंगाल में लगने वाले इस प्रसिद्ध मेले में पहली बार महिलाएं त्रिशूल के साथ सागर आरती में शामिल हुईं. सभी ने भगवा रंग की साड़ी पहन रखी थी. उनके पीछे महिला कलाकार सिर पर आरती लिए नृत्य कर रहीं थीं.