Sagardighi By-Election: थम गया चुनाव प्रचार, कड़ी सुरक्षा के बीच कल होगा मतदान
पश्चिम बंगाल के सागरदिघी में उपचुनाव के लिए प्रचार थम गया. अब कड़ी सुरक्षा के बीच सागरदिघी में कल मतदान होगा. आपको बता दें कि टीएमसी विधायक सुब्रत साहा के निधन के बाद यह सीट खाली हुई है.
कोलकाता. मुर्शिदाबाद जिले के सागरदिघी विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए प्रचार शनिवार को थम गया. अब 27 फरवरी को सागरदिघी में उपचुनाव और मतगणना दो मार्च को होगी. सागरदिघी उपचुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ती जा रही है. आरोप-प्रत्यारोप का दौर पहले ही शुरू हो चुका है. अब चुनाव आयोग के लिए इस सीट पर शांतिपूर्ण चुनाव करना बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि पिछले कई चुनाव में राज्य में जम कर हिंसा हुई है.
कल सागरदिघी में होगा उपचुनाव
मुर्शिदाबाद सागरदिघी में कुल 246 बूथ हैं. चुनाव आयोग ने कहा कि स्वतंत्र और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बल सभी बूथों पर सुरक्षा के प्रभारी होंगे. आयोग ने इस चुनाव के लिए आइएएस अधिकारी ई रवींद्रन को सामान्य पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. वह रविवार को सागरदिघी पहुंच सकते हैं. आयोग ने ओमप्रकाश त्रिपाठी को पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. इसके अलावा अतिरिक्त पर्यवेक्षक भी नियुक्त किये गये हैं.
कड़ी सुरक्षा के बीच होगा मतदान
हालांकि, विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि न केवल सागरदिघी थाने के ओसी, बल्कि जंगीपुर जिले के पुलिस अधीक्षक भोलानाथ पांडे को भी हटाने की जरूरत है. गौरतलब है कि आयोग ने शुक्रवार को सागरदिघी थाने के ओसी (ऑफिसर इन चार्ज) को हटाने का आदेश दिया था. बताया गया है कि सागरदिघी थाना प्रभारी अभिजीत सरकार फिलहाल पुलिस मुख्यालय में नियुक्त किये गये हैं.
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को दिल्ली से यह आदेश भेजा, तो प्रशासनिक हलकों में हंगामा शुरू हो गया. आयोग के आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि राज्य प्रशासन द्वारा भेजी गई सूची के अनुसार जिले के बाहर के पुलिस अधिकारी की नियुक्ति की जाये. वहीं खबर है कि शनिवार को निमाई घोष ने सागरदिघी थाने के नये ओसी के रूप में पदभार संभाल लिया है.
तृणमूल कांग्रेस के विधायक सुब्रत साहा के निधन के बाद खाली हुई है सीट
गौरतलब हो कि, सुब्रत साहा सागरदिघी विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार विधायक रहे थे. 2011 में वह मुर्शिदाबाद जिले से एकमात्र तृणमूल विधायक थे. इसके बाद उन्होंने 2016 और 2021 में जीत हासिल की. 29 दिसंबर 2022 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था. उस सीट पर उपचुनाव के लिए देबाशीष बनर्जी को तृणमूल ने अपना उम्मीदवार बनाया है. दिलीप साहा भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा और तृणमूल, दोनों ही इस सीट पर अपनी पूरी ताकत लगा दी है.