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सहारनपुर: भीम आर्मी ने स्थगित की महापंचायत, खुलासे से असंतुष्ट होकर प्रशासन को दिया इस काम के लिए वक्त

चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि बिना बैलेस्टिक रिपोर्ट आए, पुलिस अधिकारी गोली और तमंचे का नाम तक बता रहे हैं. ऐसे में खुलासे पर सवाल खड़ा होना लाजमी है. उन्होंने कहा कि पकड़े गए चारों हमलावार किसके इशारे पर उनकी हत्या करने आए थे, अभी तक उनका नाम सामने नहीं आया है. हमले के मुख्य आरोपी बाहर हैं.

By Sanjay Singh | July 3, 2023 9:43 AM

Saharanpur: भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद पर हुए हमले के विरोध में सोमवार को होने वाली संगठन की महापंचायत को स्थगित कर दिया गया है. भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन ने बताया कि पुलिस ने चंद्रशेखर आजाद पर हमला करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया है. हमारी मांग है कि पूरा खुलासा किया जाए. इसलिए फिलहाल महापंचायत को स्थगित कर दिया गया है. हालांकि, हम इस खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं.

उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस को इसका समय दिया जा रहा है कि वह चंद्रशेखर पर हमला करने के साजिशकर्ता और हमले के पीछे जिन लोगों का हाथ हो उनको बेनकाब करे. इसके साथ ही सभी इस घटना में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा इसलिए भीम आर्मी ने फिलहाल 3 जुलाई को होने वाली महापंचायत को स्थगित किया है.

विनय रतन ने कहा कि पुलिस प्रशासन जल्द ही इस षड्यंत्र का खुलासा करें. संगठन इसके लिए वक्त भी दे रहा है, इसलिए महापंचायत को स्थगित किया गया है, जिससे अधिकारी ये नहीं कहें कि उन्हें समय नहीं मिला. उन्होंने कहा कि यदि षड्यंत्र का जल्द खुलासा करते हुए हमला कराने वालों को बेनकाब नहीं किया गया तो महापंचायत की तारीख की घोषणा की जाएगी. तब तक कार्यकर्ता महापंचायत की तैयारी में जुटे रहेंगे. हम इस मामले में पीछे हटने वाले नहीं हैं.

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इस प्रकरण में पुलिस ने सहारनपुर जनपद के देवबंद क्षेत्र के रणखंडी निवासी विकास उर्फ विक्की, प्रशांत और लवीश तथा हरियाणा के करनाल निवासी विकास उर्फ विक्की को शनिवार को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त असलहे बरामद किए गए हैं.

पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने चंद्रशेखर के बयानों से नाराज होकर जानलेवा हमला किया था. आरोपियों ने बताया कि चंद्रशेखर आजाद ने विगत कुछ महीनों में दिल्ली व आसपास की जगहों पर उल्टे सीधे बयान दिये थे जिससे हम लोग बहुत आहत थे. अरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया, ‘आजाद के कार्यक्रम की जानकारी मिलने पर उन्होंने हमने हमले की योजना बनाई और देवबंद पहुंचे.

भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर 28 जून को जब अपने सहयोगियों के साथ एक कार्यक्रम से लौट रहे थे, तभी देवबंद में उन पर जानलेवा हमला किया गया, जिसमें वह घायल हो गए थे. आजाद को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से उन्हें बाद में छुट्टी दे दी गई थी.

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