साहिबगंज डीसी और विधायक इरफान अंसारी से पूछताछ आज, अवैध खनन व कैशकांड का है मामला

डीसी से इससे पूर्व 23 जनवरी को पूछताछ हो चुकी है. उस वक्त वह अपनी ही रिपोर्ट सहित अन्य तथ्यों को भूल गये थे. विस्तृत जानकारी देने के लिए उन्होंने इडी से समय की मांग की थी.

By Prabhat Khabar News Desk | February 6, 2023 6:49 AM

अलग-अलग मामले में साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव व विधायक इरफान अंसारी से सोमवार को रांची स्थित इडी कार्यालय में पूछताछ होगी. डीसी रामनिवास से अवैध खनन और इरफान से विधायक कैशकांड के बारे में पूछताछ की जायेगी.

डीसी से इससे पूर्व 23 जनवरी को पूछताछ हो चुकी है. उस वक्त वह अपनी ही रिपोर्ट सहित अन्य तथ्यों को भूल गये थे. विस्तृत जानकारी देने के लिए उन्होंने इडी से समय की मांग की थी. उनकी मांग को स्वीकार करते हुए इडी के अधिकारियों ने उन्हें छह फरवरी को फिर बुलाया है.

जानकारी के अनुसार, विधायक कैश कांड में प्राथमिकी दर्ज करानेवाले विधायक जयमंगल सिंह से इडी पहले ही पूछताछ कर चुकी है. हालांकि कैश कांड मामले में गिरफ्तार तीनों विधायक भी पूछताछ के लिए इडी कार्यालय हाजिर नहीं हुए थे.

सभी विधायकों ने 15-15 दिन का समय मांगा था. इन विधायकों को पहले क्रमशः 13,16 और 17 जनवरी को हाजिर होने के लिए समन भेजा गया था. इन विधायकों द्वारा समय मांगे जाने के लिए किये गये अनुरोध पर विचार करने के बाद उन्हें छह, सात, और आठ फरवरी को हाजिर होने के लिए समन भेजा.

सेना की जमीन बिक्री मामले में घाटशिला के अवर निबंधक को नोटिस

रांची में सेना की जमीन की बिक्री के मामले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की टीम ने पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला में पदस्थापित अवर निबंधक घासीराम पिंगुवा को नोटिस भेजा है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है. जांच टीम ने पिंगुवा के रांची स्थित आवास पर छापेमारी की थी.

इसमें मोबाइल सहित कई दस्तावेज जब्त किये गये थे. फिलहाल जांच टीम मोबाइल डाटा का अध्ययन कर रही है. इसमें जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़ी जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है. पिंगुवा के कार्यकाल में रांची स्थित जिला अवर निबंधक कार्यालय में जमीन की बिक्री हुई थी. इसमें शामिल सभी पक्षकारों से इडी की टीम पूछताछ कर रही है.

पिंगुवा के संपर्क में रहे हाई प्रोफाइल लोगों के बारे में भी जानकारी जुटायी जा रही है. पूछा जा रहा है कि आखिर किसके दबाव में उन्होंने विवादित जमीन की रजिस्ट्री की. मामले में अवर निबंधक पिंगुवा का पक्ष लेने के लिए संपर्क किया गया, लेकिन उनका मोबाइल बंद मिला.

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