राजमहल : शिक्षा के अधिकार अधिनियम एवं गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मुहैया कराने को लेकर विभागीय घोषणाओं के बीच धरातल पर शिक्षा व्यवस्था की स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है. विद्यालय में बच्चों के नामांकन के अनुरूप शिक्षकों का पदस्थापन नहीं होने के कारण गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर बड़ा सवाल करता है. प्रखंड क्षेत्र के फुलवरिया राजकीय मध्य विद्यालय में वर्ग वन से अष्ठम तक में 1375 बच्चे नामांकित हैं. इन बच्चों के भविष्य को बनाने की जवाबदेही विभाग ने प्राचार्य सहित तीन शिक्षकों को दी है. विद्यालय में बच्चों के अनुरूप शिक्षक नहीं होने के कारण काफी परेशानियां होती है. विज्ञान के शिक्षक नहीं रहने के कारण विशेष परेशानी होती है. विद्यालय में डिजिटल क्लास के लिए दो प्रोजेक्टर भी लगाये गये हैं. लेकिन विद्यालय में कम कमरा होने एवं मैदान नहीं होने के कारण विद्यालय के बच्चों को काफी परेशानी होती है.
दो शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद्द: पठन-पाठन सुचारु करने के लिए दो अन्य शिक्षकों का प्रतिनियोजन राजकीय मध्य विद्यालय फुलवरिया में किया गया था. हाल ही में विभाग की ओर से दोनों शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद्द कर दिया गया है. विद्यालय में शिक्षकों की कमी का दंश बच्चों को झेलना पड़ रहा है.
विद्यालय में 11 कंप्यूटर सिस्टम लगे हैं, जिसके माध्यम से बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा दी जा रही थी. बीते दिनों सभी सिस्टम चोरी हो जाने के कारण विद्यालय के बच्चे कंप्यूटर की शिक्षा से वंचित हैं. राज्य सरकार के माध्यम से प्रखंड के विशेष चयनित विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षा के लिए लैब बनाकर शिक्षक प्रतिनियुक्ति किया गया था. मामले में विद्यालय प्रशासन की ओर से प्राथमिकी तो दर्ज करायी गयी है, लेकिन अब तक उद्भेदन नहीं हुआ है.
1375 बच्चों में मात्र तीन शिक्षकों के रहने के कारण काफी परेशानी होती है. कुछ शिक्षकों का प्रतिनियोजन या पदस्थापन के माध्यम से विद्यालय में भेजा जाये तो शिक्षा व्यवस्था सामान्य रूप से संचालित होगी.
कीर्तिनाथ चौरसिया, प्राचार्य, राजकीय मध्य विद्यालय, फुलवरिया
फुलवरिया विद्यालय में शिक्षकों की समस्या से वरीय पदाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. दोनों शिक्षकों का प्रतिनियोजन जिला स्तर पर रद्द किया गया है. पुनः प्रतिनियोजन के लिए पत्राचार किया गया है. विद्यालय में कंप्यूटर लगाने का निर्णय राज्य स्तर पर लिया जाएगा.
जलेश्वर साहा, बीइइओ, राजमहल, साहिबगंज