साहिबगंज के तालझारी में पति ने ससुराल जाकर पत्नी को मारी गोली, रेफर
साहिबगंज जिले के तालझारी थाना क्षेत्र अंतर्गत सकरीगली स्टेशन रोड स्थित दुर्गा मंदिर के निकट शिवजी प्रसाद गुप्ता की पुत्री गुड़िया को उसके पति मुंगेर निवासी लाल बहादुर साह ने घर जाकर गोली मार दी. गोली सीधे जबड़े में लगी और गर्दन में जा फंसी. इलाज के लिए उसे मालदा रेफर कर दिया गया है.
Sahibgunj News: साहिबगंज जिले के तालझारी थाना क्षेत्र अंतर्गत सकरीगली स्टेशन रोड स्थित दुर्गा मंदिर के निकट शिवजी प्रसाद गुप्ता की पुत्री गुड़िया को उसके पति मुंगेर निवासी लाल बहादुर साह ने घर जाकर गोली मार दी. गोली सीधे जबड़े में लगी और गर्दन में जा फंसी. मौके पर मौजूद लोगों की मदद से गुड़िया को आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल भर्ती कराया गया. जहां से बेहतर इलाज के लिए उन्हें मालदा रेफर कर दिया गया है.
क्या है मामला
जानकारी देते हुए घायल गुड़िया के पिता शिवजी प्रसाद ने बताया कि उनकी बेटी की शादी वर्ष 2019 में मुंगेर निवासी लाल बहादुर शाह से हुई है. वह सीआरपीएफ के जवान हैं. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी और दामाद दोनों केरल में एक साथ रहते थे. शादी के कुछ दिन बाद ही दोनों में मामूली कहासुनी होती थी. जो धीरे-धीरे विवाद का रूप ले लेता था. इस मामले में कई बार मेरे दामाद ने मेरी बेटी को मारा भी. एक बार ऐसी ही मारपीट से बेटी के कान में काफी चोट लगी हुई थी. जिसे इलाज के लिए साहिबगंज ले आया था. उन्होंने कहा कि बात यही नहीं रुकी और मामला मुकदमा तक पहुंच गया. इस मामले को लेकर मैंने अपने स्थानीय थाना में आवेदन दिया था. जिसके बाद पुलिस ने मेरे दमाद लाल बहादुर को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था.
ऐसे घटी घटना
शिवजी प्रसाद ने बताया कि रविवार सुबह मैं अपने काम से घर के बाहर गया हुआ था. तभी दो मोटरसाइकिल पर सवार 4 लोग आए. मेरे घर का दरवाजा खटखटाया. मेरे छोटे बेटे ने दरवाजा खोला तभी उसके आंख के पास देसी कट्टा के बट से जोरदार प्रहार किया गया. इसके बाद मेरी बेटी सामने आयी तभी मेरे दामाद ने उस पर गोली चला दी. सूचना पाते ही आनन-फानन में आसपास के लोगों ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया. सदर अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक संजय कुमार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मालदा रेफर कर दिया. वहीं सूचना पाते ही जिरवा बाड़ी थाना प्रभारी चिरंजीत प्रसाद दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गए. जैसे ही इस बात की खबर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेंद्र दुबे को लगी फौरन अस्पताल पहुंचे. मामले की पड़ताल करने के बाद कानूनी कार्रवाई का भी परिवार को आश्वासन दिया है.