Jharkhand News: साहिबगंज के कुलीपाड़ा में रामनवमी विसर्जन जुलूस के दौरान हुई पत्थरबाजी के मामले में दोनों पक्षों के 39 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. हिरासत में लिये गये लोगों में महिला और बच्चे भी शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक, कुल 39 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिसमें एक समुदाय के 11 लोग हैं, तो दूसरे समुदाय से 28 लोग. दोपहर बाद पुलिस के वरीय पदाधिकारी इस मामले में कार्रवाई पर अंतिम फैसला लेंगे.
स्थानीय थाना की पुलिस ने बताया है कि वरीय पदाधिकारियों के आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि किन लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजना है और किन लोगों को छोड़ दिया जाना है. उधर, साहिबगंज शहर में हुई हिंसा के बाद अब स्थिति सामान्य हो रही है. साहिबगंज शहर के पटेल चौक पर भी सोमवार को धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ व झड़प हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने सख्त रुख अपनाया और मंगलवार को ही हालात को नियंत्रित कर लिया.
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सुबह एसडीपीओ प्रदीप उरांव के नेतृत्व में कई पुलिस पदाधिकारियों ने क्षेत्र का भ्रमण किया. लोगों को शांति-व्यवस्था बनाये रखने के साथ-साथ घरों में रहने की अपील की. सब्जी मंडी में दुकानें खुलीं, तो लोगों ने खरीदारी की. हालांकि कई दुकानें बंद रहीं. प्राइवेट स्कूल भी बंद रहे.
सुरक्षा के मद्देनजर नगर थाना व जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र में कई जगहों पर मंगलवार को विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए स्पेशल इंडियन रिजर्व बटालियन को शहर में चप्पे-चप्पे पर तैनात कर दिया गया था. इसमें मुख्य रूप से बादशाह चौक, एलसी रोड, चौक बाजार, ग्रीन होटल, पटेल चौक, कृष्णा नगर, कुलीपाड़ा, बरतल्ला, हबीबपुर, टमटम स्टैंड, चैती दुर्गा मंडप, मजहर टोला, स्टेडियम रोड व झरना कॉलोनी शामिल हैं. साथ ही सभी जगहों पर एसआई व एएसआई को भी तैनात किया गया था.
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साहिबगंज जिले में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए 36 घंटे तक इंटरनेट सेवा बंद रही. इसकी वजह से जिले में इंटरनेट से होने वाले सभी काम पूरी तरह बंद हो गये. पैसे का ऑनलाइन लेन-देन रुक गया. ऑनलाइन कार्य भी पूरी तरह से ठप रहा. टिकट बनाने के लिए लोगों को टिकट काउंटर पर आना पड़ा. इंटरनेट के बिना लैपटॉप, एंड्रायड मोबाइल, कंप्यूटर मानो डब्बा बन गया था. इंटरनेट रहने पर लोगों के हाथ से मोबाइल छूटता नहीं था.
होटल, रेस्टोरेंट, दुकानों में बिल देने के लिए कैश लाना पड़ा. फोन पे, गूगल पे, पेटीएम, भीम कोई भी ऑनलाइन साइट काम नहीं कर रहा था. वहीं, न्यूज एजेंसी के प्रतिनिधि न्यूज भी नहीं भेज सके. इंटरनेट बंद होने से जिंदगी की रफ्तार थम सी गयी. ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले छात्रों की पढ़ाई 36 घंटे तक नहीं हो पायी. इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. हालांकि, मंगलवार की रात को इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गयी.