सेलकर्मियों ने चार घंटे बंद रखा काम, ठेका श्रमिकों से रैक लोडिंग कराने से थे नाराज
सेल की किरीबुरु खादान के लोडिंग साईडिंग में रविवार को द्वितीय पाली में ठेका श्रमिकों तथा मैनेजमेंट ट्रेनीज के माध्यम से रैक लोडिंग कराये जाने के खिलाफ सेलकर्मियों ने आज चार घंटे तक उत्पादन एंव रैक लोडिंग का कार्य ठप रखा. इस घटना की खबर मिलने के बाद किरीबुरु के सीजीएम डीके बर्मन, महाप्रबंधक (प्लांट) एसएस साहा, वरिष्ठ प्रबंधक (पीएंडए) रमेश कुमार सिन्हा आदि अधिकारी किरीबुरु खादान के लोडिंग साइडिंग में जाकर आंदोलन कर रहे सेलकर्मियों से बातचीत की, जिसके बाद सुबह लगभग साढे़ दस बजे उत्पादन व रैक लोडिंग का कार्य प्रारम्भ हो पाया.
संवाददाता किरीबुरुः सेल की किरीबुरु खादान के लोडिंग साईडिंग में रविवार को द्वितीय पाली में ठेका श्रमिकों तथा मैनेजमेंट ट्रेनीज के माध्यम से रैक लोडिंग कराये जाने के खिलाफ सेलकर्मियों ने आज चार घंटे तक उत्पादन एंव रैक लोडिंग का कार्य ठप रखा. इस घटना की खबर मिलने के बाद किरीबुरु के सीजीएम डीके बर्मन, महाप्रबंधक (प्लांट) एसएस साहा, वरिष्ठ प्रबंधक (पीएंडए) रमेश कुमार सिन्हा आदि अधिकारी किरीबुरु खादान के लोडिंग साइडिंग में जाकर आंदोलन कर रहे सेलकर्मियों से बातचीत की, जिसके बाद सुबह लगभग साढे़ दस बजे उत्पादन व रैक लोडिंग का कार्य प्रारम्भ हो पाया.
सेलकर्मियों की नाराजगी की मुख्य वजह यह थी कि पहले रविवार को भी खादान में सेलकर्मियों से ड्यूटी लिया जाता था जिसके एवज में उन्हें एक दिन के पैसे मिलते थे. लेकिन कोरोना काल में प्रबंधन ने रविवार ड्यूटी को बंद कर दिया जिससे सेलकर्मी कार्य पर नहीं जाते हैं. बीते रविवार को रेलवे ने किरीबुरु खादान में एक रैक लोडिंग हेतु भेज दिया जिससे प्रबंधन की परेशानी बढ़ गई. परेशानी की वजह यह थी कि अगर वह समय पर रैक लोड कर नहीं भेजती तो उसे डैमरेज देना पड़ता.
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ऐसी स्थिति में वह लोडिंग साइडिंग में मौजूद मैनेजमेंट ट्रेनीज एंव ठेका श्रमिकों के माध्यम से वह अपना अत्याधुनिक ऑटोमेटिक लोडर मशीन से रैक लोडिंग करा भेज दिया. इस बात की जानकारी जब सेलकर्मियों को आज मिली तो वे आक्रोशित हो गये तथा वह यह कहते हुये काम को बंद कर दिया की उक्त लोडर मशीन चलाने के लिये ठेका मजदूर अथवा मैनेजमेंट ट्रेनिज अधिकृत नहीं हैं. रैक लोड कराना ही था तो अधिकृत सेलकर्मियों को बुलाकर कराते.
सवाल यह भी था कि रविवार छुट्टी के दौरान अगर प्रबंधन अधिकृत सेलकर्मी को बुला रैक लोडिंग कराता तो बाकी के सेलकर्मी भी रविवार का ड्यूटी पूर्व की तरह प्रारम्भ करने का दबाव बनाते. ठेका श्रमिकों व मैनेजमेंट ट्रेनीज से चुनाव आदि के दौरान भी रैक लोडिंग कराये जाने की बात सामने आते रही है क्योंकि उस समय अधिकतर सेलकर्मी को चुनाव ड्यूटी में लगाया जाता था जिससे मैनपावर की समस्या रहती है.
इस बाबत किरीबुरु खादान के प्रशासनिक व कार्मिक विभाग के एक उच्च अधिकारी ने बताया की समस्या का समाधान हो गया तथा सुबह साढे़ दस बजे से सब कुछ सामान्य रूप से प्रारम्भ हो गया. अचानक रेलवे द्वारा रैक भेजने की वजह से रैक लोडिंग अपने ट्रेनिज से कराया गया था जिससे सेलकर्मी नाराज थे.
Posted By: Pawan Singh