झारखंड : संताल के इस शहर में धड़ल्ले से जारी है प्रतिबंधित लॉटरी की बिक्री, युवा हो रहे हैं कंगाल
संताल परगना के राजमहल क्षेत्र में इन दिनों प्रतिबंधित लॉटरी की बिक्री धड़ल्ले से जारी है. रातों रात अमीर बनने के चक्कर में गरीब और मजदूर वर्ग के लोग लालच में कंगाल होते जा रहे हैं. बीच-बीच में पुलिस छापेमारी करती है, तो कुछ दिन के लिए बिक्री बंद रहती है, लेकिन फिर शुरू हो जाती है.
Jharkhand News: साहिबगंज जिला अंतर्गत राजमहल शहर में प्रतिबंधित लॉटरी कारोबारियों का जाल बिछा हुआ है. बिना रोक-टोक के विभिन्न चौक-चौराहे और मोहल्लों में प्रतिबंधित लॉटरी की बिक्री आम है. कार्रवाई नहीं होने से प्रतिबंधित लॉटरी कारोबारियों में पुलिस प्रशासन का जरा भी डर नहीं है. रातों रात अमीर बनने के चक्कर में गरीब, मजदूर वर्ग के लोग लालच में कंगाल होते जा रहे हैं. गुप्त सूचना पर पुलिस ने राजमहल थाना क्षेत्र के कुछ जगहों पर छापेमारी की थी. तब थोड़े दिनों के लिए धंधे में शामिल लोगों के बीच थोड़ा खौफ आया था. धीरे-धीरे लॉटरी कारोबारियों का मनोबल फिर से बढ़ता गया. प्रतिबंधित लॉटरी का कारोबार अब भी राजमहल अनुमंडल क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहा है.
बंगाल की सीमा से सटे क्षेत्र में धड़ल्ले से जारी है प्रतिबंधित लॉटरी का खेल
बता दें कि शहर से सटे बंगाल की सीमा राजमहल एलसीटी घाट, राजमहल रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर लॉटरी कारोबारी सुबह से चाय दुकान, पान दुकान पर जाकर अपने कारोबार को अंजाम देने में लगे रहते हैं. बंगाल में लॉटरी प्रतिबंधित नहीं है. यहीं से लॉटरी के कुछ बड़े कारोबारी बड़े पैमाने पर लॉटरी टिकटों को मंगलहाट, कसुवा राजमहल बालू प्लॉट मार्केट आदि जगहों पर स्टॉक कर छोटे-छोटे कारोबारी को सप्लाई करते हैं, जहां से छोटे कारोबारी सुबह से अपने कार्य को अंजाम देने में लग जाते हैं.
रातों रात अमीर बनने के चक्कर में कंगाल हो रहे मजदूर
रातों रात अमीर बनने के चक्कर में बर्बाद हो रहे मजदूर वर्ग के लोग प्रतिबंधित लॉटरी के छोटे कारोबारी टिकट लेकर सीधे वहां पहुंच जाते हैं, जहां मजदूर वर्ग के लोगों का जमावड़ा होता है. ये रेलवे स्टेशन के समीप टोटो स्टैंड, टेंपो स्टैंड, व्यवहार न्यायालय के समीप चाय-पान के दुकानों में मंडराने लगते हैं. ग्राहक पर नजर पड़ते ही उसे लखपति-करोड़पति बनने का सपना दिखाकर अपने कारोबार को अंजाम देते हैं. मजदूर वर्ग के लोग भी रातों रात अमीर बनने के चक्कर में अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई को इस लॉटरी के चक्कर में बर्बाद कर देते हैं.
कभी-कभार पुलिस की कार्रवाई से मचता है हड़कंप
वैसे, प्रतिबंधित लॉटरी के कारोबारियों पर पुलिस की नजर कम ही रहती है. कभी-कभार पुलिस की कार्रवाई में बड़े करोबारी की गिरफ्तारी से थोड़े दिनों तक हड़कंप रहता है, लेकिन फिर धीरे-धीरे प्रतिबंधित लॉटरी का कारोबार शुरू हो जाता है. शहर के गणमान्य व बुद्धिजीवियों का कहना है कि प्रशासन को बड़े कारोबारियों पर शिकंजा कसना चाहिए, ताकि मजदूर, ठेला-रिक्सा चालक छोट-छोटे चाय-पान दुकान के संचालक सहित गरीब तबके के लाेगों का भला हो सके. वहीं थाना प्रभारी डीएसपी ने बताया कि शहर में अवैध लॉटरी कारोबारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. ऐसे लोगों पर जल्द ही कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि ऐसे धंधों से दूर रहें. इसकी लत से कंगाल होते चले जायेंगे.