सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी कर सेल्समैन ने उड़ाए 19 लाख, 11 लाख वापस कर बना दी वाइन शॉप का पार्टनर बनने की कहानी
तीन बार में सेल्समैन ने करीब 11 लाख रुपए वापस कर दिए. मालिक ने जब बाकी पैसे मांगे तो सेल्समैन ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर मालिक को धोखाधड़ी के केस में फंसाने की कोशिश की.
आगरा. वाइनशॉप पर काम कर रहे सेल्समैन ने कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी कर दी. दुकान संचालक को करीब 19 लाख 15000 रुपए की चपत लगा दी. दुकान मालिक को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने सेल्समैन पर दबाव बनाया. तीन बार में सेल्समैन ने करीब 11 लाख रुपए वापस कर दिए. मालिक ने जब बाकी पैसे मांगे तो सेल्समैन ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर मालिक को धोखाधड़ी के केस में फसाने की कोशिश की. वाइन शॉप मालिक ने थाने में शिकायत की तो पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की.इसके बाद वाइन शॉप मालिक न्यायालय की शरण में पहुंचा और न्यायालय के आदेश पर थाना हरीपर्वत में सेल्समैन के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है.
हिसाब मिलाने पर पकड़ी गई चोरी
सेठ रतनलाल एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक तरुण बंसल विमल प्लाजा 61 सूर्य नगर में वाइन शॉप है. उनकी वाइन शॉप पर फखरुद्दीन नाम का सेल्समेन फरवरी 2022 से कार्यरत था. तरुण बंसल के अनुसार जनवरी 2022 में फखरुद्दीन ने वाइन शॉप पर जिस कंप्यूटर पर हिसाब किताब करता था उसके सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी कर दी. करीब 1915000 रुपए का गोलमाल कर दिया. तरुण बंसल ने जब महीने के अंत में हिसाब मिलाया तब उन्हें इस गड़बड़ी के बारे में जानकारी हुई. इसके बाद उन्होंने फखरुद्दीन को बुलाकर पूछताछ की जिसमें उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया.
31 मार्च तक लौटानी थी राशि
फखरुद्दीन ने तरुण बंसल से कहा कि वह सभी पैसे धीरे-धीरे कर चुका देगा. फखरुद्दीन ने 28 दिसंबर को तरुण बंसल को 300000 लाख रुपए दिए, दूसरी किस्त 5 फरवरी को ₹400000 की दी और तीसरी किस्त 20 फरवरी को ₹400000 तरुण बंसल के खाते में जमा कर दी. 31 मार्च तक बाकी बची हुई राशि जमा करने का समय ले लिया.
2 अप्रैल को शिकायती पत्र दिया लेकिन दर्ज नहीं हुआ
वाइन शॉप पर काम करने वाले सेल्समैन फखरुद्दीन ने जब 31 मार्च तक बाकी के पैसे जमा नहीं कराए तो तरुण बंसल ने उससे पैसे मांगे. जब उसने मना कर दिया तो उन्होंने थाना हरी पर्वत में 2 अप्रैल को फखरुद्दीन के खिलाफ एक शिकायती पत्र दिया. लेकिन पुलिस पूछताछ की बात कहती रही.फखरुद्दीन ने अपने आप को फसता देख अपने नाते रिश्तेदारों से सलाह और परामर्श लिया. पुलिस को एक प्रार्थना पत्र दिया जिसमें जिक्र किया कि उसने अपने तरुण बंसल को 11 लाख रुपए 25% का पार्टनर बनने के लिए दिए हैं. तरुण बंसल ने पैसे जमा कर लिए लेकिन वह अपने वादे से मुकर गया है.
थाना हरी पर्वत में कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज
एफआईआर के अनुसार तरुण बंसल ने बताया कि फखरुद्दीन मेरे यहां पर सेल्समैन है. मैं उसे अपना पार्टनर क्यों बनाऊंगा. मैने अपनी इस फर्म में करोड़ों रुपए का इन्वेस्टमेंट किया है. तो मात्र 11 लाख रुपए में मैं फखरुद्दीन को 25% की पार्टनरशिप कैसे दे सकता हूं. फखरुद्दीन और उसके साथियों ने झूठे सबूत बना कर मुझे ब्लैकमेल करने का प्रयास किया है. पीड़ित तरुण बंसल द्वारा पुलिस में की गई शिकायत पर जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित ने न्यायालय की शरण ली. इसके बाद न्यायालय क्या आदेश पर थाना हरी पर्वत में सेल्समेन फखरुद्दीन और अन्य कई लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी व अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.