अभिनेत्री आयशा जुल्का (Ayesha Jhulka) हालिया रिलीज हुई अमेजॉन प्राइम वीडियो की वेब सीरीज हैप्पी फॅमिली कंडीशंस अप्लाय (Happy Family Conditions Apply) में नजर आ रही हैं. मौजूदा दौर के इंडस्ट्री के काम काज को आयशा बहुत ही प्रोफेशनल करार देती हैं. उनके इस शो और कैरियर पर उर्मिला कोरी की हुई बातचीत.
इस वेब सीरीज में आपके लिए क्या अपीलिंग था?
बहुत सारी चीज़ें थी. पहला यह फॅमिली पर आधारित शो है. दूसरा बहुत सारी चीज़ें इस शो में हैं. जो रियलिटी में हम लोग के साथ -साथ होती रहती है. तीसरी वजह आतिश कपड़िया हैं. बहुत अच्छी तरह से आतिश ने मुझे पूरा का पूरा सब्जेक्ट नरेट किया. जिंदगी की असल घटनाओं से उन्होंने प्रेरणा ली है. मेकर्स का कॉन्फिडेंस एक्टर को एक अलग लेवल का कॉन्फिडेंस देता है. यह अलग किस्म का जॉनर है. ये हल्के -फुल्के हास्य से भरा है. यही सारी बातें इस शो की मुझे अपील कर गयी.
ये सीरीज संयुक्त परिवार की कहानी है, आपका बचपन कैसे परिवार में बीता है?
मेरे पिता एयरफ़ोर्स में थे, जिस वजह से हम जॉइंट फॅमिली के साथ नहीं रह पाते थे. हम अलग -अलग शहरों में रहते थे. मां, पापा, बहनें हम ही साथ में रहते थे,लेकिन पूरे परिवार के साथ हमारी बॉन्डिंग बहुत स्ट्रांग थी. हमलोग हमेशा एक -दूसरे के लिए मौजूद रहते थे. मैं हमेशा इस बात को मानती हूं कि खून से परिवार नहीं बनता है, बल्कि प्यार से बनता है, तो प्यार हमेशा बरकरार हमारे पूरे परिवार में था.
आपके करियर में आपकी फॅमिली का कितना सपोर्ट था?
मेरी फॅमिली का मेरे करियर में बहुत सपोर्ट रहा है. हम जब युवा होते हैं, तो हमको इस बात का एहसास नहीं होता है, लेकिन जिंदगी में जब आप आगे बढ़ते चले जाते हैं, तो आपको एहसास होता है कि ये सपोर्ट स्ट्रांग था, इसलिए हमने इतना कुछ अचीव किया.
मौजूदा दौर की कुछ बातें क्या आपको परेशान करती हैं?
अभी के दौर में सारा काम प्रोफेशनल हो गया है. वैसे मेरी कोशिश होती है कि दौर के साथ चलूं. सोशल मीडिया में सीखने से लेकर हर छोटे बड़े पहलू पर मैं ध्यान देती हूं. सीखती हूं, ताकि मैं असहज ना होऊं.
मौजूदा दौर के पैपराजी कल्चर पर आपका क्या कहना है? ये बातें इनदिनों आम है कि ये स्टार्स की निजी जिंदगी पर हावी हो रहे हैं?
निजी जिंदगी में मीडिया की दखलअंदाजी पहले भी होती थी. हमारे वक़्त में भी बात सिर्फ स्क्रीन तक सीमित नहीं थी. हर चीज की कीमत चुकानी ही पड़ती है. आपको इसे पॉजिटिव अप्रोच के साथ देखना होगा कि आपकी जिंदगी इतनी महत्वपूर्ण है कि लोग उसे देखना चाहते हैं. मेरे साथ बहुत कुछ असहज टाइप कभी नहीं हुआ. मीडिया हमेशा से ही मेरे साथ सपोर्टिंव रही है।एक दो बार ऐसा कुछ हो भी जाए,तो मैं इसको इतना महत्व नहीं देती हूं. ये हमारी इंडस्ट्री और हमारे प्रोफेशन का हिस्सा है.
ऑडिशन को लेकर आप कितनी सहज हैं?
मैं बहुत लकी रही हूं कि मैंने अब तक अपनी दोनों सीरीज के लिए कोई ऑडिशन नहीं दिया है. मैं प्रोजेक्ट साइन करने के बाद लुक टेस्ट करती हूं बस.
क्या आप ऑडिशन के लिए तैयार हैं?
अभी तक मेरे पास ऐसा कुछ आया नहीं है, तो मैं बता नहीं पाऊंगी कि ये कैसे होता है. मुझे अच्छा लगता है या नहीं.
90 के दशक का आप पॉपुलर चेहरा रही हैं, उस दौरान मिले कुछ खास कॉम्पलिमेंट जो आप शेयर करना चाहेंगी?
जो जीता वही सिकंदर की स्क्रीनिंग पर दिलीप साह ब और सायराजी आए थे. फ़िल्म खत्म हो जाने के बाद वे गए नहीं बल्कि गेटी-गैलेक्सी के दरवाजे पर ही खड़े थे. दिलीप साहब ने फ़िल्म से जुड़े दूसरों लोगों से कहा कि मैं उस लड़की के आने का इंतजार कर रहा हूं. मैं जब उनसे मिलने पहुंची, तो उन्होंने कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है. आप लंबे समय तक यहां रहेंगी. मुझे नहीं पता था कि उस वक्त कैसे रिएक्ट करूं. मैंने सलमान खान के साथ कुर्बान किया था, उन्होंने भी मेरी तारीफ की थी. उन्होंने कहा कि मेरे अंदर वहीदा रहमान की सेंसिटिविटी है.
एक्टिंग पर ही फोकस है या निर्देशन की भी कोई योजना है?
मेरी एक शॉर्ट फ़िल्म लिटिल बॉस है, जिसे 21 अवॉर्ड मिले हैं.इसका नाम लिटिल बॉस है. मैंने उसे लिखा, निर्देशित किया और फिर फ़िल्म फेस्टिवल में भी भेजा. मैं बहुत कुछ लिखता हूं.
आपके करियर की इस सेकेंड इनिंग से आपके पति समीर का क्या रिएक्शन हैं?
समीर बहुत खुश हैं. मैं बताना चाहूंगी कि उनका सपना भी शुरुआत में एक्टर बनने का ही था. उन्होंने आमिर खान , मकरंद और विपुल शाह के साथ थिएटर किया है. वह अभिनय करना चाहता थे, लेकिन उसके पिताजी थोड़े सख्त थे और उन्होंने उसे बिजनेस को संभालनें की जिम्मेदारी दे दी.
एक्टिंग के अलावा आपको और क्या पसंद है?
मैं बहुत कुछ करती हूं. मैं पेंटिंग, मिट्टी का सामान बनाना बहुत कुछ करती हूं. इसके अलावा मैं स्ट्रीट डॉग्स के लिए भी काम करती हूं.