सलमान खान की बहुप्रतीक्षित फ़िल्म राधे योर मोस्ट वांटेड भाई आखिरकार ओटीटी प्लेटफार्म पर कल रिलीज होने जा रही है. सलमान खान ने हाल ही में मीडिया के साथ ऑनलाइन हुई बातचीत में अपनी इस फ़िल्म, मौजूदा महामारी के दौर पर बातचीत की. बातचीत के प्रमुख अंश…
राधे योर मोस्ट वांटेड भाई थिएटर के बजाय ओटीटी में रिलीज हो रही है कितना आप थिएटर को मिस कर रहे हैं ?
जितना मैं बिग स्क्रीन को मिस कर रहा हूं, उतना ही राधे भी मिस कर रही है. ये बिग स्क्रीन की फ़िल्म थी लेकिन कोविड की वजह से लगातार फ़िल्म को पोस्टपोन करना पड़ा. लगा कि इस ईद में सब ठीक हो जाएगा लेकिन कोरोना की दूसरी लहर आ गयी. हमें लगा कि कुछ दिनों में हालात कंट्रोल में हो जाएंगे फिर हम थियेटर में फ़िल्म रिलीज कर देंगे. भले ही आधी की क्षमता के साथ ही सही लेकिन वो भी नहीं हुआ. वैसे एक तरह से ठीक ही हुआ क्योंकि मेरे फैंस फ़िल्म देखने थिएटर ज़रूर जाते और अगर कोरोना के केसेज बढ़ते तो लोग कहते कि सलमान की वजह से केसेज बढ़ रहे हैं. ओटीटी में फ़िल्म रिलीज करना मुश्किल फैसला था लेकिन दर्शकों के लिए ये सही फैसला था. फ़िल्म देखने के लिए लोग टिकट के साथ साथ पॉपकॉर्न ,समोसा भी खरीदते थे. थिएटर तक पहुँचने के लिए पेट्रोल का खर्च भी होता था. ज़ीप्लेक्स में वह उससे आधे दाम में फ़िल्म देख लेंगे वो भी घर बैठे.
खबरें थी कि फ़िल्म में ओटीटी को ध्यान में रखते हुए कुछ सीन्स के साथ काट छांट हुई है
नहीं, ये सच नहीं है. हमारा जो कट था वो थिएटर के लिए था. फ़िल्म की शूटिंग जब हम करते हैं तो हमें लगता है कि ये सीन तो बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन जब हम पूरी फिल्म को देखते हैं तो हमें लगता है कि ये सीन की ज़रूरत नही है. ये फ़िल्म की लेंथ को बढ़ा रहा. थिएटर में दर्शक इतनी देर तक नहीं बैठेगा. ओटीटी में आप घर में होते हैं ढाई घंटे की फ़िल्म आराम से देख सकते हैं. सीरीज देखने का वैसे भी ओटीटी में ट्रेंड है. ये फ़िल्म 2 घंटे 20 मिनट की है. बजरंगी भाईजान जैसी फिल्में हो तो ढाई घंटे से ज़्यादा समय तक लोग देख सकते हैं लेकिन राधे जैसी एक्शन फ़िल्म के लिए दो घंटे 20 मिनट काफी है. यह पूरी तरह से किरदार पर निर्भर करता है जो किरदार जितनी देर तक होल्ड कर सके.
राधे की कमाई का आप कुछ हिस्सा कोविड रिलीफ में देने वाले हैं
सच कहूं तो इसमें हम कमाएंगे नहीं बल्कि गवाएंगे ही गवाएंगे क्योंकि हमारा थिएट्रिकल रिलीज नहीं हो रहा है. थिएट्रिकल का जो एक अमाउंट आता था और उसके ऊपर फिर हम कमाई करते थे. इस बार वो नहीं मिलेगा. थिएटर में हमारी फिल्में 250 करोड़ 300 करोड़ करती हैं. यहां तो कमाई है नहीं. हम अपनी जेब से ही लोगों को देंगे. पिछले साल भी 45 से 50 हज़ार इंडस्ट्री में काम करने वाले कामगरों को तीन हज़ार रुपये दिए थे. इस बार भी वैसा ही करेंगे.
सलमान का कमिटमेंट इतना बड़ा है कि आप घाटा सहकर भी फ़िल्म रिलीज कर रहे हैं.
ईद पर कमिटमेंट था इसलिए आना ही पड़ा. कमिटमेंट से ज़्यादा दिल बहलाना है फैंस का. उनका ध्यान हटाना है कोरोना से . घर में रहें. एक मोटिवेशन आ सकें. वापस एक एनर्जी फैंस में आ सके. कई लोगों ने मुझे मैसेज किया कि अभी टेस्ट हो रहे वैक्सीन लग रही थोड़ा रुक जाओ बाद में रिलीज करना लेकिन इस ईद क्या. बस लोगों का थोड़ा मन बहल जाए थोड़ी खुशी मिल जाए. मेरे लिए वो काफी है. एक बार हालात ठीक हो गए. सरकार थिएटर शुरू कर देगी तो ये मेरा थियटर वालों से वादा है कि राधे थिएटर में भी रिलीज होगी.
सीटीमार गाने में अल्लु अर्जुन से ज़्यादा आपके डांस मूव्स को लोग बेहतर कह रहे हैं
वो फैंस का मेरे प्यार है. अल्लु अर्जुन बेहतरीन डांसर हैं. वैसे मैं भी कम नहीं हूं. अभी शुरू किया है. प्रभु देवा और माइकल जैक्सन से बेहतर डांस करूंगा लेकिन अभी उसमें 30 से 40 साल है.
साजिद वाजिद के साथ आपका लंबा साथ रहा है ये इस जोड़ी की आखिरी फ़िल्म है क्योंकि वाजिद अब रहें नहीं.
ये इस जोड़ी की साथ में आखिरी फ़िल्म नहीं होगी. मेरे पास वाजिद के बहुत सारे गाने पड़े हैं. बहुत सारी ट्यून है. नहीं तो कम से कम 100 सुपरहिट गाने होंगे ही क्योंकि क्या होता है ना ये लोग मेरी फिल्मों के लिए एक साथ बहुत सारे गाने लेकर आते थे तो जो फ़िल्म के सिचुएशन के साथ परफेक्ट बैठता था. उसे रखते थे बाकी को नहीं. अब जब ऐसी पिक्चर आएगी जिसमें वो गाने फिट बैठेंगे हम फिट कर देंगे. कुछ गानों की तो रिकॉर्डिंग भी वाजिद की आवाज़ में है. जब तक हम ज़िंदा हैं वाजिद की आवाज़ को भी जिंदा रखेंगे. मुझे लगता है कि वह बहुत ही प्रतिभाशाली था लेकिन उसे वो नहीं मिला जो वो डिज़र्व करता था.
मौजूदा हालात में इंडस्ट्री आम लोगों की मदद के लिए एक बार फिर सामने आ गयी है
ये हमेशा से होता आया है. आप देख लीजिए फ़िल्म इंडस्ट्री ही है जो सबसे पहले सपोर्ट को आती है. बॉलीवुड ही नहीं साउथ वाले और दूसरी फिल्म इंडस्ट्री भी. हमसे जागरूकता फैलती है. आम लोग भी मोटिवेट होते हैं अच्छा करने के लिए. हमारे फैंस क्लब बहुत अच्छा काम कर रहे हैं.
आप आम लोगों से क्या अपील करेंगे
मैं यही कहूंगा कि जल्द से जल्द वैक्सीन लगवा लें. मैंने पहला डोज ले लिए है. दस पंद्रह दिन बाद दूसरे डोज का नंबर है. मैं भी इस बात को जानता हूं कि वैक्सीन लेने के बाद भी आप कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं लेकिन बात वेंटिलेटर तक नहीं पहुचेंगी तो वैक्सीन लीजिए. अगर आपने नहीं लिया और आप संक्रमित हो गए तो भी ठीक है लेकिन अगर आपने किसी अपने को संक्रमित कर दिया और फिर उसे खो दिया तो क्या आप खुद को माफ कर पाएंगे तो वैक्सीन लीजिए और एक दूसरे की जैसे हो सके मदद कीजिए. लोग कर भी कर रहे हैं ये अच्छी बात है लेकिन जब मैं खबरें देखता हूं कि इस मुसीबत की घड़ी को भी लोगों ने पैसे बनाने का जरिया बना लिया है तो मुझे बहुत दुख होता है. दवाइयों,ऑक्सीजन की ब्लैक मार्केटिंग कर रहे हैं. किसी की जान के बदले पैसे कैसे आप बना सकते हैं जो ये कर रहे हैं वो भूले नहीं कि ये सब उनके साथ भी होगा, जो आप दूसरों के साथ कर रहे हैं.